जयपुर. न्यूजअप इंडिया
राजस्थान में दूदू के जिला कलेक्टर हनुमानमल ढाका को राज्य सरकार ने पद से हटा दिया है। उन्हें पदस्थापन आदेश की प्रतिक्षा में रखा गया है। जमीन के भू-रूपांतरण (डायवर्सन) के बदले 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में ढाका और पटवारी हंसराज के कार्यालय, आवासीय ठिकानों पर राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने दो दिन पहले छापेमारी की थी। जांच की कार्रवाई दो दिन तक चली थी। राजस्थान प्रशासनिक सेवा से पदोन्नत होकर IAS बने हैं।
एसीबी के अफसरों के मुताबिक हनुमान मल ढाका के खिलाफ रिश्वत मांगने के पुख्ता सबूत हैं। पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की संभावना को देखते हुए भजनलाल सरकार ने कलेक्टर और पटवारी को पद से हटा दिया है। ACB ने कलेक्टर और पटवारी के बैंक खातों और अन्य संपत्ति का रिकॉर्ड जुटाया है। पिछले तीन महीने में जमीन डायवर्सन की सभी फाइल ACB ने जब्त कर जांच शुरू कर दी है। 2014 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हनुमान मल ढाका प्रमोटी IAS हैं। राजस्थान प्रशासनिक सेवा से पदोन्नत होकर ढाका आईएएस बने हैं।
ACB ने योजना बनाकर ट्रेप किया था
बता दें कि एक परिवादी ने ACB में शिकायत की थी कि उसकी दूदू में जमीन है। उस जमीन का वह डायवर्सन करवाना चाहता है। इसके बदले कलेक्टर और पटवारी ने 25 लाख की रिश्वत मांगी थी। बाद में 15 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। शिकायत के बाद ACB ने योजना बनाकर परिवादी को कलेक्टर के डाक बंगले स्थित अस्थाई आवास पर साढ़े सात लाख रुपये लेकर भेजा था। उसके साथ में एक रिकॉर्डर भी भेजा था, जिसमें कलेक्टर और परिवादी की बातचीत रिकॉर्ड हो गई। कलेक्टर और पटवारी के खिलाफ ठोस सबूत मिलने पर ACB ने छापेमारी की कार्रवाई की थी।