रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर अभी तक कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा पत्र जारी नहीं किया है, लेकिन एक बार फिर कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में कर्ज माफी का वादा जोड़ने वाली है। दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को सक्ती पहुंचे हुए थे, जहां विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने अपना नामांकन भरा। इस दौरान आमसभा को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने ऐलान किया कि अगर छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस की सरकार आती है तो किसानों का ऋण माफी किया जाएगा। इस घोषणा को उन्होंने अपने सोशल मीडिया ऑफिशियल एकाउंट X पर भी इसे शेयर किया है।
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में कर्ज माफी का मुद्दा एक बड़ा फैक्टर कांग्रेस की जीत में साबित हुआ था और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अभी से यह घोषणा कर यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस एक बार फिर किसानों के हितों को केंद्र बिंदू रखकर घोषणा पत्र तैयार करने वाली है। हालांकि कांग्रेस के 2018 के जनघोषणा पत्र के 36 वादो को पूरा नहीं करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी लगाती रही है। शराबबंदी, रोजगार, आवास सहित कई मुद्दों को लेकर भाजपा के नेता विधानसभा से सड़क तक भूपेश बघेल सरकार को घेरती रही है। चुनावी वादा पूरा नहीं होने को लेकर दुर्ग कोर्ट में एक अधिवक्ता ने परिवाद भी दायर किया है।
जुलाई तक 5,785 करोड़ किसानों ने लिया ऋण
बता दें कि छत्तीसगढ़ के किसानों ने चुनावी साल में कर्ज माफी की आस में भारी कृषि ऋण लिया है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव में किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था, जिसे सत्ता में आने पर पूरा किया गया था। इसे देखते हुए किसानों को आशा है कि यदि इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस फिर से जीती तो उनका कर्ज माफ हो जाएगा। इसी आस में किसानों ने पिछले वर्ष की तुलना में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज उठा लिया है। राज्य सरकार ने खरीफ सीजन 2023-2024 के लिए 6,100 करोड़ रुपये का कर्ज किसानों को देने का लक्ष्य रखा था। इसके मुकाबले 30 जुलाई की स्थिति में 5,785.65 करोड़ का ऋण 13 लाख 16 हजार 184 किसानों ने ले रखा है। 2022-23 में राज्य के 11 लाख 66 हजार 242 किसानों को 4689.48 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया था।