जगदलपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से सटे ओडिशा के मलकानगिरी के जंगलों में सर्चिंग के दौरान फोर्स के जवानों ने भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है। यह विस्फोटक नक्सलियों द्वारा डंप किए जाने की आशंका है। विस्फोटक को ओडिशा की डीवीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम ने बरामद किया है। नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। छत्तीसगढ़ से लगे ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के बॉर्डर पर नक्सलियों की गतिविधि रहती है। इस वजह से साल के 12 महीनों यहां पुलिस और फोर्स द्वारा एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रहता है।
मिली जानकारी के मुताबिक फोर्स के जवानों ने मेंथिली थाना क्षेत्र के तुलसी और किरमिटी गांव से लगे जंगलों में नक्सलियों का डंप विस्फोटक जब्त करने में सफलता हासिल की है। मलकानगिरी के पुलिस अधिकारी ने बताया कि डीवीएफ और एसओजी की टीम को मौके से 12 बोर की बंदूक, 150 नग जिलेटिन स्टिक, 13 कोडेक्स वायर, 10 किलोग्राम वजनी एक आईईडी बम और 7 किलोग्राम वजनी एक आईईडी के साथ ही कुल 13 आईईडी बम मिला है। नक्सली हमेशा से छत्तीसगढ़ और ओडिशा से लगे बॉर्डर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया गया और बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है।
सुरक्षा बलों ने डिफ्यूज किया 10 किलो का IED
इधर दंतेवाड़ा पुलिस ने लोहा गांव पहाडी धोबी घाट और 11c mining के पास IED बरामद किया है। दंतेवाड़ा BDS और CISF किरंदुल की टीम ने नक्सलियों के द्वारा प्लांट किये गये सिरियल बम को मौके पर ही निष्क्रिय किया गया।
एसपी गौरव राय ने बताया कि 21 नवंबर को CISF की एक पार्टी इलाके में गश्त पर निकली थी। लोहा गांव जाने वाले रास्ते में पहाड़ी पर नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के ईरादे से IED प्लांट किया था। CISF की पार्टी ने वायर जमीन से उपर निकला देखा। सूचना पर CISF पार्टी और BDS की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। घटना स्थल से 5 किलो का 1नग, 2 किलो के 2 नग और 1 किलो का 1 नग कुल 10 किलो का कमांड IED लगा रखा था, जिसे बरामद कर मौके पर ही दंतेवाड़ा BDS के द्वारा सुरक्षित तरीके से डिस्पोज कर दिया गया है।