भिलाई. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में दुर्ग सांसद और प्रदेश भारतीय जनता पार्टी घोषणा पत्र समिति के संयोजक विजय बघेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भाजपा की रणनीति के तहत उन्होंने चुनाव के अंतिम समय तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पाटन में ही घेरे रखा। यह बात ओम माथुर ने कही। उन्होंने कहा, विजय बघेल के नेतृत्व में तैयार घोषणा पत्र ही छत्तीसगढ़ में जीत की मुख्य वजह रही। घोषणा पत्र में जारी मोदी की गारंटी ने कांग्रेस के भरोसे को ध्वस्त कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्ग की चुनावी सभा के दौरान विजय बघेल के घोषणा पत्र की प्रशंसा भी की थी।
ओम माथुर ने कहा, सांसद विजय बघेल भले ही स्वयं पाटन से चुनाव हार गए हैं, लेकिन जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत के असल नायक वे ही रहे। विजय बघेल पार्टी की घोषणा पत्र समिति के संयोजक थे। उनके ही नेतृत्व में पार्टी ने पूरे राज्य में आम जनता की राय से ‘मोदी की गारंटी’ नाम से घोषणा-पत्र जारी किया। दो साल का बकाया बोनस और धान खरीदी का एकमुश्त भुगतान को किसानों ने सराहा। वहीं महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को सालाना 12000 रुपये की वित्तीय मदद की घोषणा ने भाजपा को बड़ी जीत दिलाई।
इन वादों ने बनाया भाजपा के पक्ष में माहौल
पीएससी घोटाले की जांच, यूपीएससी की तर्ज पर भर्ती परीक्षाएं, उद्योग लगाने युवाओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी, रायपुर में सेंट्रल भारत का इनोवेशन हब, कॉलेज छात्राओं को मासिक ट्रेवल एलाउंस, हर संभाग में छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, हर लोकसभा में आईआईटी की तरह छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे वादों ने युवा मतदाताओं का भाजपा के पक्ष में उत्साह बढ़ाया। विजय ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती को सहर्ष स्वीकार किया। इसके पीछे विजय बघेल और पार्टी की रणनीति थी, जिसमें पार्टी कामयाब और सफल भी रही। नतीजन यह हुआ की पूरे नब्बे सीट पर कांग्रेस पार्टी हताश हो गई, जिसके कारण भाजपा को 54 सीट मिली।