रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में वन विभाग के करीब 10 हजार कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ये कर्मचारी विभाग के उस फैसले से नाराज हैं, जिसके तहत लघु वनोपज संघ में 180 पदों पर संविदा में सहायक संचालकों की भर्ती की जा रही है। इन वनकर्मियों का कहना है कि यह 180 पद वन विभाग के कर्मचारियों के पदोन्नति का पद हैं। इन पर संविदा भर्ती होने से उनके प्रमोशन खत्म हो जाएगा। कर्मचारियों का कहना है कि यह पद विभाग के कर्मियों को मिलना चाहिए।
वन विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि भर्तियां तीन सालों के लिए की गई है, लिहाजा इन तीन सालों में 540 प्रमोशन के पदों का नुकसान हो जाएगा। वन कर्मचारियों ने आज प्रदेशभर के जिला मुख्यालयों में धरना देकर प्रदर्शन किया। हड़ताल पर जाने से पहले उन्होंने विभाग को इसका अल्टीमेटम भी दिया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर हड़ताल पर चले गए। इनका यह भी दावा है कि गर्मी का मौसम आ रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण से लेकर वन जीवों की रक्षा और जंगलों में आग लगने जैसी चुनौती आएगी। हड़ताल के चलते इसका बड़ा नुकसान हो सकता है।
4 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल शुरू
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के बैनर तले राजनांदगांव शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने वन विभाग के कर्मचारियों ने अपनी 4 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी है। वहीं नारेबाजी करते हुए प्रदेश सरकार से अपनी मांगें पूरी करने को लेकर हल्ला बोला है। छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के बैनर तले राजनांदगांव वन परिक्षेत्र के कर्मचारियों ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी है।
10 साल से सेटअप नहीं हुआ सेटअप
राजनांदगांव में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे वन कर्मियों ने कहा कि लघु वनोपज में 180 पदों पर संविदा भर्ती की गई है। इस भर्ती से स्थाई वन कर्मियों का प्रमोशन बाधित हो रहा है। उन्होंने अपने हड़ताल के दौरान संविदा भर्ती निरस्त करने की मांग की है। पिछले 10 वर्षों से सेटअप नहीं किया गया है, जिसके चलते वनकर्मियों को कार्यों का अतिरिक्त भार हो रहा है। मांग पूरी नहीं होने पर कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे।
कवर्धा, बलरामपुर-रामानुजगंज में भी हड़ताल
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष संजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में जिले के समस्त वन कर्मचारी साप्ताहिक बाजार में शैड में धरने पर बैठे। वन कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा कि जब तक हमारे चार सूत्रीय मांगें नहीं मानी जाती तब तक हमारा अनिश्चित कालीन हड़ताल इसी प्रकार जारी रहेगी। कवर्धा शहर में जिले के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना में बैठे हुए हैं। इसमें कबीरधाम जिले के रेंगाखार, सहसपुर लोहारा, पंडरिया पूर्व, पंडरिया पश्चिम, बोड़ला, तरेगांव, कवर्धा, चिल्फी, भोरमदेव अभ्यारण समेत जिले के वन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं।
कर्मचारियों की यह है मांग
- लघु वनोपज संघ के उपवन क्षेत्रपाल के 180 पद के खिलाफ संविदा पर नियुक्ति तत्काल बंद किया जाए
- कर्मचारी 24 घंटे अपने कर्तव्य का पालन करते हैं, इसलिए वन विभाग के वनरक्षकों को 2400, वनपाल को 2800 उपवन क्षेत्रपाल को 4200 का नया ग्रेड-पे स्वीकृत किया जाये।
- वन विभाग का विभागीय सेटअप विगत 10-15 वर्षों से पुनरीक्षित नहीं किया गया है। पुनरीक्षित विभागीय सेटअप लागू किया जाये।
- 26.3.2023 के बाद नियुक्त किए गए समस्त वनरक्षकों का वेतनमान 3050-4590 किया गया है।