रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने विद्यार्थियों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा को साल में दो बार कराने का ऐलान किया है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक बोर्ड की पहली परीक्षा मार्च में ली जाएगी और दूसरी परीक्षा जून-जुलाई में आयोजित की जाएगी। यानी अब फेल, पूरक या श्रेणी सुधार के लिए विद्यार्थी दोबारा परीक्षा दे सकेंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में नई व्यवस्था लागू होने से विद्यार्थियों को इसका फायदा मिलेगा। इस व्यवस्था से बोर्ड एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स का मानसिक तनाव कम होगा। इसमें कोर्स को अलग-अलग दो हिस्सों में बांटा जाएगा, जिससे छात्रों को फायदा होगा। बता दें की शिक्षण सत्र 2024-25 सिंगल बोर्ड परीक्षा का आखिरी सत्र होगा, इसके बाद 2025-26 से बोर्ड परीक्षा को दो भागों में बांटा जाएगा।
मार्च में शुरू हो रही बोर्ड की परीक्षाएं
स्कूली बच्चों के मानसिक तनाव को खत्म करने साय सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है। द्वितीय परीक्षा में वे छात्र भी शामिल हो सकते हैं, जो पहली परीक्षा नहीं दिला पाए थे। द्वितीय परीक्षा का परिणाम दोनों परीक्षाओं में से विषयवार प्राप्त अधिक अंक के आधार पर तैयार किया जाएगा। साल 2024 में 1 मार्च से छत्तीसगढ़ में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा शुरू होने वाली है। इस साल बोर्ड परीक्षा में करीब सवा छह लाख विद्यार्थी परीक्षा देंगे।