सूरजपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में दंतैल हाथियों ने बुजुर्ग दंपती को कुचलकर मार डाला। रात में पति-पत्नी जंगल किनारे बसे कच्चे मकान में सो रहे थे। तभी दो हाथी पहुंच गए और घर को तोड़ दिया। हाथियों के बचने दंपती भागे, लेकिन दंतैल ने दोनों को सूंड से उठाकर पटक दिया और पैरों से कुचल दिया। घटना की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा। वन अफसरों ने हाथियों से सतर्क रहने और दूरी बनाकर रखने की हिदायत दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत दरहोरा में यह घटना हुई है। हरिधन (79 वर्ष) और उसकी पत्नी नन्ही (65 वर्ष) जंगल किनारे घर बनाकर रह रहे थे। रविवार की रात हाथियों ने कच्चे मकान को तोड़ दिया। डरकर दोनों घर से बाहर निकल आए और हाथियों को देख भागने लगे। हाथियों ने दोनों सूंड से उठाकर पटक दिया और पैरों से कुचल दिया। हाथियों ने घर के अंदर रखे अनाज को खा गए।
हाथियों के चिंघाड़ने से गांव में दहशत
चीख-पुकार और हाथियों के चिंघाड़ की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने शोर मचाया। इसके बाद हाथी पास के ही जंगल में घुस गए। सुबह सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम गांव पहुंची। ग्रामीणों ने वन अमले पर हाथियों की मौजूदगी की सूचना नहीं देने का आरोप लगाया। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को 25-25 हजार की तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई है। मुआवजा प्रकरण भी बनाया जा रहा है।
34 हाथियों का दल विचरण कर रहा
वन विभाग के SDO अशुतोष भगत ने बताया कि बुजुर्ग दंपती को मारने वाले दो दंतैल हाथियों में एक हाथी सीतापुर लुंड्रा से अंबिकापुर होते हुए प्रतापपुर पहुंचा है। दूसरा दंतैल वाड्रफनगर क्षेत्र में विचरण कर रहे 34 हाथियों के दल से अलग होकर प्रतापपुर आया है। करीब 15 दिनों से हाथी गणेशपुर, सिंघरा और सरहरी के जंगल में विचरण कर रहे थे। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और जंगल के तरफ नहीं जाने की हिदायत दी है।