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Friday, November 22, 2024

धमाके से डोल गई धरती… बिल्डिंग मलबा में बदल गया… धूल का गुब्बार ही दिखाई दे रहा था… जान बचाकर भागे… घायल मजदूरों ने बयां किया बारूद फैक्ट्री का हाल

रायपुर.बेमेतरा. न्यूजअप इंडिया
बेमेतरा जिले के ग्राम पिरदा-बोरसी स्थित स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट और उसके बाद बनी स्थिति का आंखों देखा हाल फैक्ट्री के घायल मजदूरों ने बयां किया है। मजदूरों ने बताया कि वे फैक्ट्री की दूसरी यूनिट में काम कर रहे थे। जिस यूनिट में ब्लास्ट हुआ, वहां 10 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे, वे लोग मलबे में दफन हो गए होंगे। धमाका इतना भयानक था कि देखते-देखते बिल्डिंग मलबा में तब्दील हो गया। धूल का गुब्बारा ही दिखाई दे रहा था। ब्लास्ट से ऊपर उछला मलबा नीचे गिर रहा था।

मजदूरों ने बताया कि ब्लास्ट के बाद अफरा-तफरी मच गई। हम तुरंत भागे। जिस यूनिट में ब्लास्ट हुआ है वहां शायद ही कोई जिंदा बचा होगा। कंपनी परिसर में धूल का गुबार ही दिख रहा था। मजदूरों ने बताया कि बारूद फैक्ट्री में बोरसी, उफरा, हरदी, पिरदा के लगभग 400 से 500 लोग काम करते हैं। सुबह के वक्त कम लोग थे। ब्लास्ट कैसे हुआ हमें नहीं पता। फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का कोई पालन नहीं होता। कब विस्फोट हो जाएगा, कोई पता नहीं था। बहुत डर में हम लोग काम करते हैं।

घायलों को अंबेडकर अस्पताल लाया गया
स्पेशल ब्लास्ट कंपनी में रेस्क्यू का काम शुरू हो गया है। घटनास्थल से हादसे में घायल 8 लोगों को अंबेडकर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गई है। मृतक श्रमिक का नाम सेवक राम बताया जा रहा है। वहीं छह लोगों का इलाज मेकाहारा में जारी है, जिसमें दिलीप ध्रुव, चंदन कुमार, मनोहर यादव, रवि कुमार कुर्रे, नीरज यादव और इन्द्र कुमार रघुवंशी शामिल हैं। वहीं एक श्रमिक शेषनाथ निषाद का अपचार एम्स अस्पताल में चल रहा है।

रायपुर और दुर्ग जिले की टीम पहुंची गांव
बारूद फैक्ट्री में ब्लास्ट होने की सूचना मिलते ही बेरला, कंडरका और अहिवारा पुलिस, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंची। घटना के बाद रायपुर और दुर्ग से 6 दमकल गाड़ियां बोरसी गांव पहुंची है। रायपुर से एसडीआरएफ की 20 सदस्यीय रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंची है। प्रशासनिक अफसरों के साथ बेमेतरा कलेक्टर रणवीर शर्मा, दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला और बेमेतरा एसपी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने न्यूज एजेंसी को बताया कि मलवा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। यह बारूद फैक्ट्री थी, लेकिन किन कारणों से ब्लास्ट हुआ यह बताना मुश्किल है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ा विस्फोटक कारखाना
बेरला ब्लाक के बोरसी-पिरदा के इस स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड को छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी बारूद फैक्ट्री बताया जा रहा है। यह फैक्ट्री पिरदा और बोरसी गांव के बीच खेतों में बना है। यह फैक्ट्री लगभग 30 वर्षों से संचालित हो रही है। कारखाना लगभग 300 एकड़ में फैला हुआ है। यह कारखाना संजय चौधरी की बताई जा रही है। इतने बड़े फैक्ट्री में ब्लास्ट से लोग दहशत में हैं। हादसे के बाद कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं। जिला प्रशासन की टीम और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कर रही है।

सीएम विष्णुदेव साय ने जांच के दिए आदेश
सीएम विष्णुदेव साय ने बेमेतरा जिले के बोरसी गांव स्थित बारूद फैक्ट्री में हुए विस्फोट मामले के दंडाधिकारी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दुर्घटना में हुई मौत पर मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये एवं घायलों को 50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की आदेश भी दे दिए गए हैं। घायलों को समुचित इलाज के लिए रायपुर लाया है। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य की उच्चस्तरीय निगरानी की जा रही है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।’ इधर हादसे की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम अरुण साव भी बोरसी गांव पहुंचे हैं। उन्होंने घटना स्थल का पहले जायदा लिया और रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी अफसरों से ले रहे हैं।

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