कोरबा. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के कोरबा नगर निगम में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने AE और SE को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों अफसर बिल पास करने के नाम पर ठेकेदार से 2% कमीशन की मांग कर रहे थे। जिसके बाद एसीबी की टीम ने छापा मारकर दोनों आरोपियों को 35 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया है। रिश्वत लेने की जानकारी के बाद योजनाबद्ध तरीके से ACB की टीम ने मंगलवार को AE को रंगे हाथों पकड़ने के लिए कोरबा में दबिश दी थी।
एसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक ठेकेदार मानक साहू नगर निगम में ठेकेदारी का काम करता है। दर्री जोन में उसने 21 लाख रुपये का निर्माण कार्य किया था। जिसका रनिंग और फाइनल बिल बनाकर भुगतान के लिए नगर निगम कार्यालय में जमा किया था। तभी निगम के एई डीसी सोनकर ने बिल पास करने के नाम पर दो फीसदी कमीशन की मांग की थी। ठेकेदार मानक साहू कमीशन नहीं देना चाहता था। नगर निगम ऑफिस में चल रहे कमीशनखोरी से परेशान होकर इस पूरे मामले की शिकायत ACB से कर दी। इसके बाद टीम ने आरोपी निगम अफसर को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई। फिर शिकायत का परीक्षण कराने के लिए ठेकेदार को साक्ष्य जुटाने के लिए कहा गया।
दोनों आरोपी कैश के साथ गिरफ्तार
मंगवार दोपहर करीब एक बजे ठेकेदार मानक साहू पैसे लेकर असिस्टेंट इंजीनियर (AE) सोनकर के पास पहुंचा। तब उसने दर्री जोन कार्यालय में सब इंजीनियर देवेंद्र यादव को पैसे देने के लिए कहा। इसके बाद वह दर्री जोन कार्यालय पहुंचा और सब इंजीनियर देवेंद्र यादव को 35 हजार रुपये दिए। उसके पीछे-पीछे पहुंची एसीबी की टीम ने सब इंजीनियर को रंगे हाथों दबोच लिया। साथ ही एई को भी गिरफ्तार कर लिया गया। ACB के चत्थे चढ़ते ही दोनों गिड़गिड़ाने लगे।
इन धाराओं के तहत हुई कार्रवाई
घूसखोर दोनों आरोपियों के खिलाफ ACB की टीम धारा 7, 12पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई कर रही है। एसीबी में शिकायत के बाद ठेकेदार मानक साहू ने उन्हें रंगे हाथों पकड़वाने के लिए जाल बिछाया था। उसने AE से दो फीसदी कमीशन 42 हजार रुपये की जगह कम पैसे लेने के लिए आग्रह किया। इसके बाद एई ने 35 हजार रुपये देने के लिए कहा फिर वह पैसे लेकर सीधे निगम दफ्तर पहुंच गया और योजना के मुताबिक रिश्वतखोर अफसरों को पकड़वा दिया।