रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को पूर्व सेवानिवृत्त IAS अनिल टुटेजा के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में 5 हजार 710 पन्नों का चालान और 220 पन्नों का अभियोजन दस्तावेज पेश किया है। ईडी के वकील ने न्यायालय को पूर्व अफसर अनिल टुटेजा की 205 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति के साथ एक हार्ड डिस्क जब्त करने की जानकारी दी है। इस मामले की अगली सुनवाई अब 19 जुलाई 2024 को होगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा न्यायालय में पेश चालान के मुताबिक अनिल टुटेजा ने अनवर ढेबर के साथ मिलकर सिंडिकेट बनाया और 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शराब घोटाले को अंजाम दिया। अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी, निरंजन दास सहित अन्य पर नकली होलोग्राम के माध्यम से नकली शराब बेचने का आरोप है। ईडी के प्रतिवेदन के बाद एसीबी-ईओडब्ल्यू भी इस मामले में जांच कर रही है। ईओडब्ल्यू ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें कई लोग जेल में है। अनवर ढेबर को आज ही उत्तर प्रदेश पुलिस मेरठ लेकर गई है।
रायपुर जेल में बंद है अनिल टूटेजा
बता दें कि भूपेश बघेल सरकार के दौरान 2 हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में EOW ने पूर्व सेवानिवृत्त IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को पूछताछ के लिए बीते अप्रैल माह में तलब किया था। पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू के ऑफिस से निकलते ही ED ने दोनों को हिरासत में लेकर अपने साथ ईडी कार्यालय ले आई। इस दौरान पूछताछ के बाद ED ने यश को छोड़ दिया, जबकि अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर स्पेशल कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने रिमांड पर ले आई। तब से अनिल टुटेजा न्यायिक रिमांड पर जेल में बंद हैं।