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Friday, November 22, 2024

Amarnath Yatra: पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होगा अमरनाथ यात्रा का पंजीयन, जानिए कब से शुरू होगी यात्रा…

Amarnath Yatra Registration 2024 : अगर आप भगवान श्री अमरनाथ के दर्शन के लिए आना चाहते हैं और किन्हीं कारणों से पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं तो घबराएं नहीं। अभी भी अवसर हैं। अमरनाथ श्राइन बोर्ड और जम्मू प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए तत्काल पंजीकरण की भी व्यवस्था की है। यात्रा से दो दिन पहले यह पंजीकरण करवाना होगा अर्थात 26 जून से पंजीकरण आरंभ हो गया है। जम्मू शहर में पांच तत्काल पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं।

आवश्यक यह है कि आप अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड लाना न भूलें…। मेडिकल जांच मौके पर ही होगी। आषाढ़ पूर्णिमा यानी 29 जून से इस यात्रा की शुरुआत होगी जो रक्षाबंधन तक चलेगी। पूरे सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ के भक्त बाबा अमरनाथ की यात्रा का लाभ ले सकते है। छड़ी मुबारक यात्रा के साथ इसका समापन होता है। इस साल 19 अगस्त को यात्रा समाप्त होगी। बता दें कि तत्काल पंजीकरण के दौरान ही श्रद्धालुओं और साधु-संतों की मौके पर स्वास्थ्य जांच होगी और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मिलने पर ही यात्रा पंजीकरण होगा।

पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर पंजीयन
यह सुविधा उन सब श्रद्धालुओं को राहत देगी जो पंजीकरण कराने से चूक गए हैं। दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु एडवांस पंजीकरण करा चुके हैं। यात्रा पर आने वाले साधु-संतों के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं। तत्काल पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं की संख्या उपलब्ध कोटे के आधार पर होगी और यह पूरी तरह पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगी। अर्थात पहले से पंजीकृत श्रद्धालुओं को अवसर मिलने के बाद कोटा प्रतिदिन जारी किया जाएगा और उस कोटा के आधार पर श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया जाएगा। यहां अमरनाथ श्राइन बोर्ड प्रतिदिन दोनों यात्रा मार्ग से अधिकतम 10-10 हजार श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति देता है और मौसम की चुनौती के कारण यह संख्या घट भी सकती है।

सरस्वती धाम में होगी पंजीकरण की प्रक्रिया
श्रद्धालुओं को सबसे पहले जम्मू रेलवे स्टेशन के पास सरस्वती धाम में पंजीकरण के लिए फार्म भरना होगा। उसके आधार पर एक टोकन दिया जाएगा। उसके आधार पर दूसरे दिन पंजीकरण केंद्र पर जाकर यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी करवानी होगी। शहर में पांच पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं, इनमें से दो केंद्र साधुओं के लिए आरक्षित रहेंगे। चूंकि बड़ी संख्या में साधु यात्रा में शामिल होते हैं। ऐसे में शहर के गीता भवन और राम मंदिर में पंजीकरण के साथ ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। तत्काल पंजीकरण के दौरान ही इन श्रद्धालुओं व साधु-संतों की मौके पर स्वास्थ्य जांच होगी और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मिलने पर ही यात्रा पंजीकरण होगा।

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