रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में एक और रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारी को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वह किसान से जमीन संबंधी दस्तावेज को आगे बढ़ाने के नाम पर 8000 रुपये रिश्वत लेते दबोचा गया। प्रार्थी की शिकायत पर रिश्वतखोर बाबू को पकड़ने एसीबी ने योजना बनाई, जिसके बाद वह फंस गया। राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी प्रदेश में तहसीलदार, पटवारी, आरआई सहित इंस्पेक्टर भी एसीबी के हत्थे चढ़ चुके हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक नारायणपुर के चांदनी चौक निवासी लवदेव देवांगन ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) जगदलपुर कार्यालय में शिकायत की थी। लवदेव ने पूर्व में खरीदे गये भूमि के राजस्व रिकार्ड में सुधार करवाने एसडीएम न्यायालय नारायणपुर में आवेदन दिया था। सुनवाई के बाद एसडीएम द्वारा उसके पक्ष में आदेश दो माह पूर्व ही पारित कर दिया गया था। कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-2 (बाबू) संकेर कुमेटी उक्त आदेश की प्रतिलिपि शाखा में अगली कार्यवाही को भेजने के लिए 8000 रुपये रिश्वत मांग रहा था। प्रार्थी इससे परेशान था।
प्रार्थी लवदेव देवांगन रिश्वत नहीं देता चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते आरोपी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। उन्होंने इसकी शिकायत जगदलपुर एसीबी कार्यालय में कर दी। शिकायत सत्यापन पर सही पाया गया। जिसके बाद एसीबी ने बाबू को ट्रेप करने की योजना बनाई गई। 11 जुलाई को आरोपी संकेर कुमेटी को एसडीएम कार्यालय में प्रार्थी से 8,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है। एसीबी उसे जल्द ही कोर्ट में पेश करेगी।