बीजापुर। छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सीआरपीएफ के एक जवान ने खुद को गोली मार ली। कैंप में तैनात कोबरा बटालियन के जवान ने ऐसा क्यों किया यह पता नहीं चल पाया है, लेकिन घटना के बाद से हड़कंप मच गया है। सूचना पर सीआरपीएफ के आला अफसर कैंप पहुंच गए हैं। शव को जिला अस्पताल के मरच्युरी में रखा गया है। आत्महत्या करने वाला जवान दिल्ली का निवासी बताया जा रहा है। उसकी तैनाती बीजापुर के एंटी नक्सल कैंप में थी।
बीजापुर के पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बासागुड़ा 210 कोबरा बटालियन में पदस्थ इंस्पेक्टर ने अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनते ही कैंप के अन्य जवान मौके पर पहुंचे। खून से लथपथ पड़े जवान को बीजापुर जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इंस्पेक्टर का नाम शशि अहमद है। वह मूलतः दिल्ली का रहने वाले था। इंस्पेक्टर ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया इसकी जांच की जा रही है। बीजापुर जिले की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नक्सल प्रभावित जिलों में फोर्स की तैनाती
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिलों में सीआरपीएफ, बीएसएफ के जवानों की तैनाती है। नक्सल क्षेत्रों के कैंपों में जवान रहते हैं और सर्चिंग अभियान चलाते हैं। उन्हें न सिर्फ नक्सलियों से जूझना पड़ता है, बल्कि जंगल में कई तरह की दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। छुट्टी से लेकर साथियों व उच्चाधिकारियों के साथ विवाद की स्थिति की खबरें भी कई बार सुर्खियों में रही है। फिलहाल, कोबरा बटालियन के जवान ने ऐसा गंभीर कदम क्यों उठाया यह पता नहीं चल पाया है।