अंबिकापुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में मंत्री के रिश्तेदार का शराब पीकर धौंस जमाने का मामला सामने आया है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। खास बात यह है कि इस हाईप्रोफाइल मामले में जहां हंगामा मचाने वाले युवक पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। वहीं दूसरी तरफ हंगामा मचाने वाले युवक को रोकने वाले पुलिसकर्मी यानि प्रधान आरक्षक पर कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है।
दरअसल, मामला सरगुजा के न्यू बस स्टैंड का है, जहां 25 अगस्त को रात करीब 9 बजे दो युवक एक गाड़ी में बैठकर शराब पी रहे थे। ऐसे में इसकी शिकायत बस स्टैंड के लोगों ने पुलिस थाने में कर दी। बस स्टैंड पहुंकर पुलिस ने शराब पी रहे लोगों को ऐसा करने से मना किया और गाड़ी हटाने को कहा तो दोनों युवक पुलिस से ही उलझ गए। युवक दबंगई दिखाने लगे। एक युवक राजू राजवाड़े खुद को महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का जेठ बताने लगा।
नशे में धुत राजू राजवाड़े ने एक पुलिसकर्मी से बदसलूकी भी की। ऐसे में जब पुलिस ने दोनों युवकों को पुलिस चौकी लाकर पूछताछ करने की कोशिश की तो उन्होंने यहां भी जमकर हंगामा किया। इस बीच नशे में मदमस्त दोनों युवकों का मुलायजा भी कराया गया। प्रधान आरक्षक ने अपने साथ हुए अभद्रता की लिखित शिकायत की, लेकिन पुलिस ने इस मामले में शराबी युवक पर कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच जरूर कर दिया है।
इधर इस मामले की जमकर चर्चा है। वहीं सरगुजा एसपी ने इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया देने से साफ इनकार कर दिया। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने मीडिया में दिए बयान में कहा कि वह इस मामले को दिखवाएंगे। उनका कहना है कि जो गलत करेगा उसे उसका परिणाम मिलेगा, फिर चाहे वो उनके परिवार का ही क्यों न हो। इधर इस मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिसकर्मियों से अभद्रता ठीक नहीं है।