नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर (IT) की रेड को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र की सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए बघेल ने कहा कि पिछले साढ़े 3 सालों प्रदेश में ईडी की कार्रवाई चल रही है, लेकिन हासिल कुछ नहीं कर पाए। अब तक 200 से ज्यादा कार्रवाई कर चुके हैं और इसके पीछे राजनीतिक मंशा है। छत्तीसगढ़ की सरकार को बदनाम करने भाजपा सरकार यह हथकंडे अपना रही है।
सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मिनरल्स पर उनके उद्योगपति मित्रों की नजर है, लेकिन बीच में कांग्रेस खड़ी है। ED-IT की रेड इसीलिए तो पड़ रही है। एक पत्रकार ने सवाल किया कि पीएम मोदी और शाह को क्या रिटर्न गिफ्ट देंगे? इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि नवंबर में चुनाव होंगे तो उसमें 75 प्लस देंगे। बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ED जाती है तो IT आ जाती है और IT जाती है तो ED आ जाती है। ईडी-आईटी के अफसर सीधे घरों में पहुंच रहे हैं। सोने नहीं दे रहे, रातभर परेशान कर रहे हैं। कुछ भी लिखवाने बोरे में बंदर को भरकर पीटते हैं वैसा व्यवहार कर रहे हैं।
250 लोगों की टीम और आने वाली है
भूपेश बघेल ने कहा कि अब तक 200 से ज्यादा कार्रवाई हो चुकी है। अभी और होंगी। ED और IT को केंद्र से 15 सितंबर तक का टार्गेट मिला हुआ है। अभी तो 15- 20 दिन बाकी है। 200-250 लोगों की टीम और आने वाली है। ये लोग पूरे छत्तीसगढ़ में रेड डालेंगे। इससे साफ पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी के पास लड़ने के लिए कुछ नहीं है। भाजपा लड़ नहीं पा रही है तो ED-IT को आगे कर रही है। एजेंसियों का उपयोग कर चुनाव जीतना चाहते हैं।
हम मरने और जेल जाने से नहीं डरते
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ के लोग हैं। हम मरने और जेल जाने से नहीं डरते हैं। झीरम में हमने हमारे पहली पंक्ति के नेताओं को खो दिया। पिछले चुनाव के पहले विनोद वर्मा को जेल भेजा। मुझे भी जेल हुई थी। इस बार चुनाव फिर है इसलिए ईडी और आईटी को भेजकर डरा रहे हैं। यह सब राजनीतिक मंशा को पाने किया जा रहा है। कोल स्कैम, कथित शराब घोटाला और अब महादेव सट्टा एप पर बैटिंग की जांच करने पहुंच गए।
BJP को 15 सीटें आई थी, इस बार मुश्किल
भूपेश ने कहा कि अधिकारियों से लेकर छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। पिछले दिनों जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ तब उसे भी प्रभावित करने की कोशिश की गई। व्यवस्था संभाल रहे लोगों के घर तक में छापा मारा गया। मेरे जन्मदिन के दिन मेरे राजनीतिक सलाहकार और मेरे OSD के घरों पर ED-IT पहुंच गई। पहले बीजेपी को 15 सीटें आई थी, लेकिन यदि ऐसा ही चलता रहा तो इतना भी आना मुश्किल है।