रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) अशोक जुनेजा का कार्यकाल आज 3 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। इनके बाद प्रदेश के अगले डीजीपी कौन होंगे, फिलहाल इसे लेकर आदेश जारी नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि शाम तक डीजीपी का नाम फाइनल हो सकता है। तीन सीनियर अफसर इस पद के दावेदार हैं। डीजीपी अशोक जुनेजा को पहले दो बार सेवा विस्तार मिल चुका है। प्रदेश में आचार संहिता लागू है, ऐसे में एक्सटेंशन की भी चर्चा चल रही है।
राज्य सरकार ने नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम भेजे हैं। यूपीएससी को पवन देव, अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता के नामों का पैनल भेजा गया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में सस्पेंड रहे जीपी सिंह का नाम भी बहाली के बाद संघ लोक सेवा आयोग को भेजा गया है। पहले भेजे गए तीन नामों के पैनल में अभी तक अरुण देव गौतम को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। जल्द ही डीजीपी पर फैसला होगा!
प्रदेश में आचार संहिता लागू
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा 3 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में प्रदेश को नया प्रभारी डीजीपी मिलेगा या फिर जुनेजा को ही एक्सटेंशन देकर यथावत रखा जाएगा। प्रभारी डीजीपी इसलिए क्योंकि इस वक्त प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू है और ऐसे में सरकार पूर्णकालिक डीजीपी का आदेश नहीं निकाल सकती है। ऐसे में अगर डीजीपी अशोक जुनेजा को साल 6 महीने का एक्सटेंशन मिल जाए तो एक और रिकार्ड उनके नाम जुड़ जाएगा।
कौन हैं अरुण देव गौतम
अरुण देव गौतम 1992 बैच के आईपीएस हैं। वह रायगढ़, कोरिया, राजनांदगांव, बिलासपुर, सरगुजा, जशपुर समेत कई जिलों के एसपी रह चुके हैं। उनकी गिनती तेज तर्रार आईएपीएस अधिकारियों में होती है। फिलहाल वह महानिदेशन होमगार्ड के में पदस्थ हैं। अरुण देव गौतम ने एमफिल किया है। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र पदक और राष्ट्रपति पुलिस पदक का सम्मान भी मिल चुका है। उन्होंने बस्तर क्षेत्र के आईजी के तौर पर भी काम किया है।