RAIPUR. न्यूजअप इंडिया.कॉम
जुलाई में भारतीय जनता पार्टी का बड़ा चिंतन शिविर छत्तीसगढ़ के शिमला यानी मैनपाट में आयोजित होने जा रहा है। जिसमें प्रदेश भाजपा के तमाम विधायकों के साथ-साथ सांसदों का जमावड़ा होने जा रहा है। पूरी सरकार तीन दिनों तक प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होगी यानी सरकार भी मैनपाट से चलेगी। शिविर में केंद्रीय नेतृत्व के नेता स्थानीय विधायक, सांसद और सरकार को प्रशिक्षित करेंगे।
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार बनने के बाद अब तक की सबसे बड़ी बैठक और शिविर के रूप में इसे देखा जा रहा है। भाजपा का कहना है कि इस प्रशिक्षण शिविर से नए विधायक और सांसद बने नेताओं को काफी फायदा होगा। इधर कांग्रेस ने भाजपा के प्रशिक्षण शिविर को लेकर तंज कसा है। कांग्रेस का आरोप है कि इस सरकार में मुख्यमंत्री तक की नहीं सुनी जा रही थी। अफसर और मंत्री बेलगाम हो चुके हैं। ऐसे में इस प्रशिक्षण शिविर का कोई फायदा नहीं होने वाले है।
केंद्रीय नेतृत्व के नेता भी आएंगे
दरअसल, मैनपाट के हसीन वादियों में 7, 8 और 9 जुलाई को पूरी सरकार मौजूद रहेगी। केंद्रीय संगठन मंत्री अजय जमवाल और संगठन मंत्री पवन साय ने मैनपाट का दौरा किया और प्रशिक्षण शिविर की तैयारी को लेकर दिशा निर्देश दिए। माना जा रहा है कि इस प्रशिक्षण शिविर में पूरी सरकार तो सरगुजा के मैनपाट में मौजूद रहेगी। केंद्रीय नेता अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आ सकते हैं। सत्ता-संगठन में समन्वय बैठाने के साथ ही सरकार की योजनाओं को लोगों तक कैसे पहुंचाना है इस पर मंत्रणा की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी ने खड़े किए सवाल
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. जेपी श्रीवास्तव ने भाजपा के इस प्रशिक्षण शिविर को लेकर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार में मंत्री और अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं। प्रशिक्षण शिविर के जरिए भाजपा लोगों में पैदा हो रहे असंतोष को खत्म करने की कवायद करने वाली है। इस प्रशिक्षण शिविर से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। वहीं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने इस शिविर को बेहद महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए भाजपा के विधायक और सांसदों को प्रशिक्षित किया जाएगा।