रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर फिर हमला बोला है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा- ‘दाऊ भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ की जनता आपके छलावे को समझ चुकी है। पिछले पौने 5 साल से गरीबों के सर से छत छीनने के बाद अब जब सरकार जाते दिख रही है, चुनाव में 100 दिन से भी कम समय शेष है, तब प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि जारी कर पुनः अपने दोहरे चरित्र का प्रमाण प्रस्तुत कर रहे हैं।’ डॉ. रमन ने लिखा है कि जब सरकार जाते दिखी तब इन्हें गरीब याद आ रहे हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में शनिवार को उनके निवास कार्यालय में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में आवासहीनों और कच्चे कमरे वाले परिवारों को पक्का आवास मुहैया कराने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत स्थायी प्रतीक्षा सूची में शामिल 6 लाख 99 हजार 439 पात्र परिवारों को आवासों की स्वीकृति का निर्णय लिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह सहित भाजपा नेता भूपेश बघेल सरकार पर लगातार हमला बोलते रहे हैं। वे आरोप लगाते रहे हैं कि राज्य ने अपना हिस्सा नहीं दिया, जिसकी वजह से गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया। इस मुद्दे पर प्रदेश में खूब सियासत भी होती रही है।
2011 की सर्वे सूची में छूटे लोगों को भी देंगे मकान
प्रदेश में जरूरतमंद परिवारों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के अनुसार कुल 47,090 परिवार ऐसे पाए गए हैं, जो आवासहीन है और इनका नाम सर्वे सूची 2011 में नहीं है। मुख्यमंत्री ग्रामीण न्याय योजना की शत-प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा आवास निर्माण के लिए दी जाएगी। वर्ष 2023-24 के बजट में राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 100 करोड़ का बजट प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में ग्रामीण आवास न्याय योजना की घोषणा की थी, जिसमें मकान बनाकर दिए जाएंगे।