नई दिल्ली. एजेंसी। लोकसभा चुनाव के नतीजों में दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी शिकस्त मिली है। जेल में बंद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए इसे बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। दिल्ली में विधायकों के साथ बैठक के बाद AAP ने बड़ा फैसला लिया है। मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आप दिल्ली में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था। गुरुवार को पार्टी ने अपने सभी विधायकों को मुख्यमंत्री आवास पर मीटिंग के लिए बुलाया था। दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर AAP के 62 विधायक हैं।
आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक के बाद मीडिया द्वारा इंडिया गठबंधन के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा, यह शुरू से ही स्पष्ट है कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था। हमने लोकसभा चुनाव ईमानदारी से एक साथ लड़ा, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए देश में कोई गठबंधन नहीं है। हम दिल्ली की जनता के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। दिल्ली के मंत्री के बयान से साफ है कि विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी कोई गठबंधन नहीं करेगी यानी कांग्रेस (हाथ) के साथ नहीं रहेगी।
दिल्ली की 7 सीटों पर BJP को मिली जीत
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों ने आप को काफी निराश किया है। दिल्ली की 7 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। देश की राजधानी में BJP को शिकस्त देने ‘आप’ और कांग्रेस ने ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत हाथ मिलाया था, लेकिन जनता ने दोनों के गठजोड़ को सिरे से खारिज कर दिया। AAP ने 4 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, लेकिन दिल्ली की सातों सीट पर भाजपा को एकतरफा जीत मिली है।