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Wednesday, July 30, 2025

NEET-UG परीक्षा को लेकर ताबड़तोड़ एक्शनः सरकार ने 24 घंटे में लिए चार बड़े फैसले, छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अफसर पर हुई पहली कार्रवाई…

नई दिल्ली. एजेंसी। पेपर लीक को लेकर केंद्र सरकार ने 24 घंटे के अंदर चार बड़े फैसले किए हैं। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इससे पहले इस मामले से जुड़े घटनाक्रम के तहत कई कदम उठाए गए, जिसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटाना, प्रदीप सिंह खरोला को महानिदेशक की जिम्मेदारी और परीक्षा सुधारों के लिए पूर्व इसरो प्रमुख के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति का गठन करना शामिल है। देश में एंटी पेपर लीक लॉ भी लागू किया गया है। वहीं, NEET-PG प्रवेश परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है। परीक्षा आज (23 जून) ही होनी थी। इधर पेपर लीक को लेकर बिहार, गुजरात, राजस्थान से लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। बवाल मचना भी वाजिब है क्योंकि भविष्य का सवाल है…?

NEET-UG की CBI को सौंपी जांच
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि पांच मई को आयोजित NEET-UG में अनियमितताओं के कुछ मामले सामने आए हैं। परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए यह निर्णय लिया गया कि मामले को जांच सीबीआई को सौंप दिया जाए। अधिकारी ने कहा कि सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। NEET-UG परीक्षा पांच मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। रिजल्ट 14 जून को घोषित होने थे, लेकिन 10 दिन पहले चार जून को घोषित कर दिए गए थे।

NTA के डीजी सुबोध सिंह हटाए गए
इससे पहले प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही केंद्र सरकार ने एनटीए के महानिदेशक (डीजी) सुबोध सिंह को हटा दिया। सुबोध कुमार सिंह को अगले आदेश तक डीओपीटी में वेटिंग में रखा गया है। सरकार ने इसके साथ ही एजेंसी के कामकाज की समीक्षा करने और परीक्षा सुधारों की सिफारिश करने के लिए इसरो के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति गठित की है। वहीं आईटीपीओ के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप सिंह खरोला को नियमित पदाधिकारी की नियुक्ति तक एनटीए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

छत्तीसगढ़ कैडर के IAS हैं सुबोध सिंह
IAS की ट्रेनिंग के बाद सुबोध‍ सिंह की पहली पोस्टिंग मंडला जिले में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर पद पर हुई। इसके बाद वह कोरिया के एसडीओ बनाए गए। छत्तीसगढ़ राज्य गठन होने के बाद वह बस्तर जिले के पहले जिला पंचायत सीईओ बनाए गए थे। इसके बाद साल 2002 में उनकी नियुक्ति रायगढ़ कलेक्टर के रूप में की गई। रायपुर और बिलासपुर के भी कलेक्टर रहे। वे छत्तीसगढ़ में सीएम टू सेकेट्री भी रहे। 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए और केंद्रीय खाद्य मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी रहे। जून 2023 में सुबोध कुमार सिंह को NTA का महानिदेशक (DG) बनाया गया था। 1997 बैच छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह कानपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं।

21 जून से देश में एंटी पेपर लीक लॉ लागू
केंद्र सरकार ने परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने 21 जून से एक कड़ा कानून ‘एंटी पेपर लीक लॉ’ भी लागू किया है। इसका उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक पर अंकुश लगाना है, जिसमें अपराधियों के लिए अधिकतम 10 साल की जेल की सजा और एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लोक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 को मंजूरी दिए जाने के लगभग चार महीने बाद कार्मिक मंत्रालय ने शुक्रवार रात कानून को अधिसूचित कर दिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नीट-यूजी में किसी भी अनियमितता के लिए जिम्मेदार या इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

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