अंबिकापुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने शुक्रवार को घूस लेते उदयपुर SDM बीआर खांडे और उनके कार्यालय के 3 अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने विचाराधीन मामले में फैसला सुनाने के लिए प्रार्थी से 50 हजार रुपये मांगे थे। प्रार्थी का मामला SDM कोर्ट में विचाराधीन है। ACB ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की और पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को ट्रैप कर रिश्वतखोरों को पकड़ा है। एसीबी ने एसडीएम को पकड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन हत्थे चार लोग चढ़ गए। आरोपी एसडीएम किसान से जमीन भी हथियाना चाह रहा था।
जानकारी के मुताबिक, उदयपुर SDM भागीरथी (बीआर) खांडे की कोर्ट में ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा का जमीन विवाद से जुड़ा मामला विचाराधीन है। कन्हाई राम की जजगा स्थित तीन भूमि रकबा क्रमांक 0.251, 0.635 और 0.243 हेक्टेयर भूमि उसके एवं परिवार के सदस्यों के नाम पर अंकित है। उसके बड़े पिता ने जमीन केवल अपने नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में आवेदन दिया था। तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर ने प्रकरण में कन्हाई राम के बड़े पिता सहित अन्य के नाम पर राजस्व रिकार्ड दुरुस्त करने का आदेश 21 सितंबर 2022 को दिया था। इस पर कन्हाई राम के बड़े पिता ने SDM कोर्ट में अपील कर दी। उन्होंने जमीन केवल अपने नाम पर दर्ज कराने आवेदन लगाया था।
पक्ष में फैसला सुनाने के लिए मांगी रिश्वत
आरोप है कि मामले में SDM बीआर खांडे ने कन्हाई राम से उसके पक्ष में फैसला देने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इस पर कन्हाई राम ने इसकी शिकायत ACB से कर दी। ACB ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की और पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को ट्रैप का आयोजन किया गया। अंबिकापुर ACB के DSP प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम उदयपुर भेजी गई। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे कन्हाई राम बंजारा कैमिकल लगे 50 हजार रुपये लेकर SDM कार्यालय पहुंचा। SDM ने रिश्वत की रकम क्लर्क धरमपाल को लेने के लिए कहा। धरमपाल ने रुपये लेकर चपरासी अबीर राम को दे दिया। बाद में एसडीएम के निर्देश पर रकम गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दी गई। ACB की टीम ने छापा मारा और SDM सहित सभी आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
50 डिसमिल जमीन भी लेना चाहता था SDM
SDM भागीरथी खांडे ने 50 हजार की रिश्वत लेने के साथ ही कन्हाई और उसके परिजनों की जमीन पर कब्जे का प्रयास किया। आरोप है कि SDM ने जजगा में 50 डिसमिल जमीन की बिक्री के लिए पावर ऑफ अटर्नी परिचित दो महिलाओं के नाम करा ली थी, जिससे भविष्य में वह जमीन अपने नाम पर करा सके। संबंधित पावर ऑफ अटार्नी की प्रति भी एसीबी के हाथ लग गई है। आरोपियों को रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद एसीबी ने अब इनकी संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों के विरूद्ध धारा 7, 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।