रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा को स्पष्ट जनादेश मिलने के बाद कांग्रेस सरकार से उपकृत अफसरों के इस्तीफे होने लगे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस्तीफे के बाद रात ही महाधिवक्ता सतीश वर्मा ने भी राज्यपाल को इस्तीफा भेज दिया है। सत्ता बदले ही संविदा में नियुक्त कई अफसर भी इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का किला ढहते ही अब निगम, मंडलों में इस्तीफों का दौर शुरू होने की चर्चाएं भी शुरू हो गई है।
भूपेश बघेल सरकार में संविदा में नियुक्त प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने देवेंद्र नगर ऑफिसर कॉलोनी में मिले अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया है। डॉ. आलोक शुक्ला पूरा सामान टेमरी स्थित अपने निजी आवास में शिफ्ट कर लिया है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि उन्होंने संविदा में नियुक्ति से पदमुक्त करने 4 दिसंबर 2023 को अपना त्यागपत्र छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव अमिताभ जैन के पास भेज देंगे। इधर आरडीए डायरेक्टर राजेंद्र बंजारे के इस्तीफा देने की चर्चा है। उन्होंने अपना इस्तीफा सीईओ को भेजा दिया है, ऐसा बताया जा रहा है।
सरकार बदलने के बाद सुर्खियों में था AG पद
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार के महाधिवक्ता का पद कांग्रेस की सरकार आने के बाद काफी सुर्खियों में था। तात्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कनक तिवारी ने महाधिवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह पर नई नियुक्ति कर दी गई है। वहीं कनक तिवारी का कहना था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया। इस बीच सरकार ने अतिरिक्त महाधिवक्ता सतीशचंद वर्मा को नया महाधिवक्ता नियुक्त कर दिया था। यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था।
