RAIPUR. न्यूजअप इंडिया.कॉम
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट गड़बड़ी मामले में EOW और ACB की टीम ने छापेमार कार्रवाई की है। निलंबित पटवारी लेखराम देवांगन के घर पर छापा पड़ा है। सुबह 6 बजे से EOW-ACB की टीम घर के अंदर मौजूद है। भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी सामने आने के बाद लेखराम देवांगन को निलंबित किया गया था।
बता दें कि शुक्रवार सुबह से करीब दर्जनभर अधिकारियों के ठिकानों पर एक साथ रेड किया गया है। दरअसल, किसानों को मिलने वाली मुआवजा राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर अफसरों और दलालों ने करोड़ों रुपयों की बंदरबांट की है। घोटाले की रकम करीब 43 करोड़ रुपये बताई जा रही है। बगैर सरकारी संरक्षण के इतना बड़ा फर्जीवाड़ा संभव ही नहीं है। जमीन की खरीदी-बिक्री और बटांकन भी बैकडेट में किए जाने का खुलासा जांच में हुआ था।
मुआवजा राशि में गड़बड़ी कर लगाया चूना
विधानसभा में मामला उठने के बाद EOW ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान पता चला कि जमीन अधिग्रहण के नाम पर सरकारी अधिकारियों ने मिलीभगत कर मुआवजे की राशि में भारी हेरफेर कर शासन को चूना लगाया। इस मामले में उस समय के पटवारी, आरआई, तहसीलदार और एसडीएम को निलंबित किया जा चुका है।
तत्कालिन SDM-तहसीलदार भी निशाने पर
तत्कालिन एसडीएम निर्भय साहू और तहसीलदार शशिकांत कुर्रे के रायपुर स्थित आवासों पर भी ईओडब्ल्यू की टीम ने रेड मारी है। इसके अलावा अभनपुर, आरंग, दुर्ग और भिलाई में भी छापेमार कार्रवाई जारी है। एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी और राजस्व निरीक्षक जैसे राजस्व विभाग के कई अधिकारियों के ठिकानों पर रेड पड़ सकती है।