रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ की नई सरकार में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए गजब की सोशल इंजीनियरिंग दिखाई है। बीजेपी ने अपनी नई रणनीति के तहत सभी वर्ग, जाति और क्षेत्र को साधने की कोशिश की है। छत्तीसगढ़ में दो-दो डिप्टी CM बनाने का निर्णय लिया है। बीजेपी की ये नई सोशल इंजीनियरिंग से ना तो आदिवासी ना ओबीसी और ना ही सामान्य वर्ग अछूता है। सीएम के शपथ के बाद कैबिनेट में भी क्षेत्र और वर्ग का संतुलन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का यह प्लान छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ भाजपा ने इस बार मुख्यमंत्री के साथ-साथ दो उप मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है। शपथ ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ डिप्टी सीएम के रूप में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नवनिर्वाचित विधायक विजय शर्मा भी शपथ लेंगे। दो उप मुख्यमंत्री बनाने के पीछे भारतीय जनता पार्टी की सोच यह है सभी जाति, वर्ग और क्षेत्र को साधा जा सके। भाजपा ने आदिवासी वर्ग से विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाया है। ओबीसी वर्ग के अरुण साव और सामान्य वर्ग से विजय शर्मा को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। मंत्रिमंडल में भी सामाजिक ताना-बाना देखने को मिलेगा। ऐसे में लोकसभा चुनाव में बीजेपी सभी 11 सीटें जीतने क्लीन स्वीप का प्लान बना रही है। पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी कुछ यही स्थिति है।
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की रणनीति
राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि सामान्य वर्ग से दो या तीन, ओबीसी वर्ग से दो और आदिवासी वर्ग से तीन लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है। कुल मिलाकर भाजपा की रणनीति लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी वर्गों को साधने की है। भाजपा की यह सोशल इंजीनियरिंग की रणनीति आम चुनाव में कितनी फायदेमंद साबित होती है। भाजपा के नए मंत्रिमंडल में कौन-कौन हो सकते हैं। इस बात पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अनुभवी और नए लोगों का सामंजस्य मंत्रिमंडल में दिखेगा। अब किसे मौका मिलेगा 13 दिसंबर को पता चल जाएगा।