MUNGELI. न्यूजअप इंडिया.कॉम
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में चचेरा भाई और भाभी ने एक 7 साल की बच्ची की बलि चढ़ा दी। घर में धन की वर्षा और जल्द अमीर बनने की चाहत में यह तरीका अपनाया। तांत्रिक ने यह आइडिया आरोपियों को दिया था। आरोपी बच्ची को किडनैप कर श्मशान घाट ले गए। काले कपड़े पहनकर तांत्रिक क्रिया करने के बाद मासूम को चाकू से काटकर मार डाला और लाश को खेत में दफना दिया। पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि मुंगेली के इस बहुचर्चित हत्याकांड में दो संदिग्धों का पुलिस ने ब्रेन मैपिंग कराया था। साथ ही पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट भी कराया गया था। पुलिस ने शक के आधार पर नरकंकाल का DNA टेस्ट बच्ची के माता-पिता से मैच करवाया था। डीएनए टेस्ट में बच्ची की पहचान हुई। इसके बाद जांच की दिशा तय की गई। पुलिस संदिग्धों की तलाश में लगी हुई थी। मुखबिरों को लगाया। पूछताछ में मिले कड़ियों को जोड़ने पर आरोपी पकड़े गए।
रात में घर से किया था अपहरण
पुलिस के मुताबिक लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव में 7 साल की बच्ची का 11-12 अप्रैल की आधी रात अपहरण हो गया था। बच्ची अपनी मां के साथ घर पर सो रही थी। तभी किसी ने अपहरण कर लिया। बच्ची की मां पुष्पा गोस्वामी की रात 2 बजे नींद खुली तब बच्ची के गायब होने की जानकारी मिली। मां ने रात में ही परिजनों को इसकी जानकारी दी। सभी आस-पड़ोस और गांव में बच्ची को ढूंढे, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। इसके बाद मामला थाने पहुंचा।
अंधविश्वास में बच्ची को मार डाला
मुंगेली एसपी भोज राम पटेल ने बताया कि संदेहियों की ब्रेन मैंपिंग और नार्को टेस्ट करवाया गया था। इसमें सच सामने आया कि चचेरे भाई, भाभी, एक तांत्रिक और दो अन्य लोगों ने मिलकर मासूम बच्ची की बलि दी है। सभी आरोपी तंत्र-मंत्र और बच्ची की बलि देने के बाद जमीन में गड़ा हुआ धन पाना चाहते थे। आरोपी जल्द अमीर बनना चाहते थे। बच्ची का अपहरण कर शमशान में बलि चढ़ाने के नाम पर हत्या कर दिए। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।