रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी विधानसभा चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों को बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई है। ये प्रत्याशी विधानसभा चुनाव में भले ही हार गए हो, लेकिन अब उनके कंधे पर लोकसभा चुनाव जीतने की बड़ी जिम्मेदारी आ गई है। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल की उपस्थिति में भाजपा के हारे प्रत्याशियों की बैठक हुई। बैठक में मिशन-2024 पर मंथन किया गया।
कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हुई इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, विधानसभा में हारे हुए प्रत्याशी प्रेमप्रकाश पांडे, शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह, कृष्णमूर्ति बांधी, रंजना साहू, देवलाल ठाकुर, सरला कोसरिया, विक्रांत सिंह सहित सभी 36 प्रत्याशी उपस्थित रहे। सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने हार की समीक्षा करते हुए उसकी वजह वरिष्ठ नेताओं को बताई। बैठक में जिन क्षेत्रों में भाजपा को हार मिली है, वहां छाया विधायकों को संगठन के साथ मिलकर मोदी सरकार के कामों और मोदी की गारंटी को घर-घर तक पहुंचाने और पार्टी को मजबूत करने को कहा गया है।
हार वाली सीटों पर पार्टी के कार्यक्रम होंगे
बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि किन्ही कारणों की वजह से विशेष परिस्थितियों में 36 विधानसभा में हमारे 36 प्रत्याशियों की हार हुई है। बैठक में छाया विधायकों को पार्टी के आगामी कार्यक्रमों से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। जिन क्षेत्रों में हार हुई है, वहां पर पार्टी के कार्यक्रम लगातार आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। छाया विधायकों को संगठन के कामों से जुड़कर गतिशीलता बनाए रखने को कहा गया है।
भीतरघातियों पर जल्द एक्शन लेगी पार्टी
कुछ प्रत्याशियों ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा भीतरघात किए जाने की शिकायत की है, जिसे पार्टी ने गंभीरता से लेते हुए आने वाले दिनों में कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। बीजापुर से भाजपा के छाया विधायक महेश गागड़ा ने बताया कि अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति से सभी छाया विधायकों ने वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया है। लोकसभा चुनाव में सभी को संगठन के साथ जोड़कर काम करने का निर्देश मिला है। सभी छाया विधायकों ने आश्वासन दिया है कि लोकसभा के चुनाव में सभी मिलकर काम करेंगे और सभी 11 सीट जीतेंगे।