रायपुर.न्यूजअप इडिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा द्वारा केंद्रीय मंत्री और सांसदों को टिकट देने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरगुजा की सांसद हैं और टिकट कोरबा से दिया है। इसी तरह विष्णुदेव साय रहते हैं पत्थलगांव में और टिकट दिया गया है कुनकुरी से। सांसद गोमती साय रहती हैं कुनकुरी में और उन्हें टिकट पत्थलगांव से दिया गया है। ओपी चौधरी खरसिया से पलायन कर गए। भाजपा ने हारे हुए लोगों पर दांव लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सूची लीक हुई नहीं है बल्कि रणनीति के तहत लीक कराया गया था। कहां से लीक हुआ, सब जानते हैं।
सीएम भूपेश बघेल दिल्ली में आयोजित कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में शामिल होकर देर रात रायपुर लौटे। बीजेपी के 64 लोगों की सूची पर भूपेश ने कहा, भाजपा ने हारे हुए लोगों पर दांव लगाया है। भाजपा ने सूची जानबूझकर लीक की थी। लीक सूची के सभी नाम अधिकृत हो गए। वहीं कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने कहा, हमारी पूरी तैयारी है। जल्द ही केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक होगी और कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में जातिगत जनगणना को लेकर सभी सदस्यों ने सहमति जताई है। बहुत ऐसी जातियां हैं जो पिछड़ी हुई हैं। उनके लिए योजना बनाने के लिए जनगणना जरूरी है। सभी वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर लोग हैं, इसलिए जाति जनगणना जरूरी है।
‘सूची लीक नहीं हुई, कराया गया था’
बीजेपी की लीक सूची पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, जान बूझकर सूची लीक गई थी। मैंने पहले भी कहा था सूची अगर जान बूझकर लीक नहीं किया गया होता तो अब तक मीडिया हाउस में छापा पड़ गया होता। जो सूची आई है, अब देख लें उसमें वही नाम है जो लीक हुआ था। यह तो भारतीय जनता पार्टी की रणनीति के तहत हुआ है। लीक हुआ नहीं है, लीक किया गया था। पुराने चेहरों को टिकट देने पर उन्होंने नाम गिनाते हुए कहा कि जिसे पिछली बार जनता ने नकार दिया था, उस पर भाजपा ने भरोसा जताया है। इनके पास चुनाव लड़ाने के लिए कोई नया चेहरा नहीं है।
‘लेकिन चल तो रमन सिंह का रहा है’
मुख्यमंत्री भूपेश ने बिरनपुर हिंसा से पीड़ित ईश्वर साहू को टिकट देने पर कहा, भाजपा लाख कोशिश करे मगर यह मुद्दा नहीं हो सकता। जिसे टिकट दिया गया है, वह विशुद्ध रूप से अराजनीतिक व्यक्ति है। उन्होंने कहा कि भले ही बगल में अरुण साव को बैठा लें, मगर चल तो रमन सिंह का ही रहा है। जो सूची जारी हुई है, कहां से हुई है। जो लीक हुआ था कहां से हुआ था, सब जानते हैं। अरुण साव को अपने साथ बिठा ले, लेकिन चल तो रमन सिंह का रहा है।