रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जाति जनगणना, आरक्षण और भाजपा के वायरल सूची पर सियासी हमला बोला। उन्होंने कहा, क्या भाजपा नहीं मानती कि छत्तीसगढ़ में ओबीसी 43 फीसदी से ज्यादा हैं। यदि बीजेपी इसे नहीं मानती है तो जाति जनगणना क्यों नहीं करवाती है? बीजेपी बार-बार सवाल क्यों उठाती है? जब हम छत्तीसगढ़ में आर्थिक सर्वेक्षण करा सकते हैं, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाति जनगणना करा सकते हैं, तो केंद्र की मोदी सरकार जाति जनगणना क्यों नहीं करवा रही है। कुल मिलाकर बात यही है कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण के खिलाफ है।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जब हमने ओबीसी को 27% आरक्षण दिया तो उन्होंने सवाल उठाए। हमने ओबीसी और ईडब्ल्यूएस का आर्थिक सर्वेक्षण कराया है। हमने हेड काउंट कराया था, जिसमें ओबीसी साढ़े 43 फीसदी और ईडब्ल्यूएस साढ़े तीन फीसदी है। इस आधार पर आरक्षण दिया गया था। जब हम हेड काउंट करा सकते हैं, आर्थिक सर्वेक्षण करा सकते हैं, बिहार की नीतीश सरकार जाति जनगणना करा सकती है तो भाजपा जाति जनगणना क्यों नहीं करवा रही है?
‘बीजेपी की सूची पर सिर-फुटौव्वल हो रहा है’
बीजेपी उम्मीदवारों के वायरल लिस्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सूची पर काफी सिर-फुटौव्वल हो रहा है। ये आंतरिक गुटबाजी का परिणाम है। भाजपा की सूची लीक हो जाए ऐसा संभव नहीं है। सूची लीक हो गई। इसका मतलब यह है कि प्रत्याशी से कहेंगे आपका तो टिकट था, लेकिन विरोध के कारण बदला जा रहा है। मतलब एक तरफ नाम घोषित कर दो और दूसरी तरफ काट भी दो। यह षड़यंत्र है और इससे भाजपा का आंतरिक कलह सामने आया है।
‘महादेव को आखिर कब बंद करेगी केंद्र सरकार’
महादेव एप के महाठग सौरभ चंद्राकर के साथ कुछ बीजेपी नेताओं की तस्वीर वायरल होने पर भूपेश ने कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्हें नोटिस देना चाहिए और ईडी दफ्तर भी बुलाना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार से यह भी पूछा कि महादेव एप को केंद्र सरकार आखिर बंद कब कर रही है। प्रदेश में राजनीतिक द्वेशवश कार्रवाई की जा रही है।