RAIPUR. न्यूजअप इंडिया.कॉम
छत्तीसगढ़ में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के चलते अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज हो गई है। इधर मौसम विभाग ने प्रदेश के 27 जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है। वहीं 22 से 26 जुलाई तक छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। बारिश का मुख्य केंद्र मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिले हो सकते हैं। इधर आकाशीय बिजली गिरने से बेमेतरा जिले में दो लोगों की मौत हो गई है। दंपती खेत गए थे, तभी बिजली उन पर गिरी है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के सुकमा, बीजापुर, धमतरी, राजनांदगांव, गरियाबांद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ , बिलासपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं दक्षिण बस्तर दंतेवाडा, बस्तर, नारायणपुर, धमतरी, बालोद, जशपुर, बलरामपुर जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है। वहीं हवा की रफ्तार 30 से 40 KM प्रति घंटे हो सकती है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट तीन घंटों के लिए जारी है।
आकाशीय बिजली की चपेट में आए दंपती
बेमेतरा जिले के साजा ब्लॉक के ग्राम चेचानमेटा में खेत में काम कर रहे एक दंपती भूपेन्द्र साहू (23 वर्ष) व ज्योति साहू (21 वर्ष) की आकाशीय बिजली के चपेट में आने से मौत हो गई। तीन माह पहले ही उनकी शादी हुई थी। पुलिस ने बताया कि दोनों पति पत्नी खेत में टमाटर लगाने गए थे। अचानक तेज बारिश होने पर खेत की झोपड़ी में चले गए। उसी समय तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरी। मृतक के पिता माघो साहू बारिश थमने के बाद जब खेत पहुंचे तो बहू बेटे नहीं दिखे। दोनों को तालाशते हुए झोपड़ी में गए तो दोनों को अचेत पड़े देखकर आवाक रह गए। इसके बाद गांव के लोगों को पुलिस को सूचना दी गई।
कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, रोहतक, लखनऊ, वाराणसी, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, कॉटई और उसके बाद पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण तटीय आंध्र प्रदेश और उसके आसपास स्थित है तथा यह 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका उत्तर अंदरूनी कर्नाटक से तटीय आंध्र प्रदेश के मध्य भाग तक 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व झारखंड और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर बंगाल की खाड़ी में अगले 24 घंटे में पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटे में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
बीजापुर जिले में 104 मिमी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों में बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में 104 मिमी बारिश हुई है। वहीं सुकमा में 69.5 मिमी, दंतेवाड़ा में 48 मिमी, बस्तर में 57.5 मिमी, नारायणपुर में 53.2 मिमी, कोंडागांव में 23 मिमी, कांकेर में 58.3 मिमी, अंबागढ़ चौकी-मानपुर-मोहला में 41 मिमी, बालोद में 30.5 मिमी, गरियाबंद में 19 मिमी, रायपुर में 31.7 मिमी, दुर्ग में 52.4 मिमी, खैरागढ़-गंडई-छुईखदान में 52.2 मिमी, कबीरधाम में 19 मिमी, जांजगीर-चांपा में 19.2 मिमी, रायगढ़ में 18 मिमी, कोरबा में 30.5 मिमी, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 22.6 मिमी, बलरामपुर-रामानुजगंज में 59 मिमी, जशपुर में 31 मिमी बारिश हुई है। वहीं सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, मुंगेली, बेमेतरा, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद, सांरगढ़-बिलाईगढ़, धमतरी, राजनांदगांव में मध्यम बारिश रिकार्ड किया गया है।