चण्डीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हड़ताल पर सख्त एक्शन लेते पटवारियों की 586 नई भर्तियों की मंजूरी दी है। सोशल मीडिया पर लाइव होकर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में पटवारियों के सर्कल की कोई जगह खाली नहीं रहने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 741 पटवारी कैंडिडेट्स जो अभी ट्रेनिंग पर हैं, उन्हें फील्ड में लेकर आ रहे हैं। उनकी 15 महीने की ट्रेनिंग है, जिसमें सिर्फ 2-3 महीने ही बचे हैं। उन्हें ट्रेनिंग से फील्ड में लेकर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार मिल रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पटवारियों की हाजरी अब बायोमैट्रिक से लगेगी। इसके अलावा 710 ऐसी पोस्ट है, जिन्हें अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिले हैं। कुछ कार्रवाई थी, जिस कारण यह नहीं दिए गए। गृह विभाग को आदेश जारी कर दिए गए है और जल्द से जल्द उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे। पटवारियों की 586 नई पोस्ट निकाली जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में कुल 2037 सर्कल बनते हैं, जिनमें 1623 पहले ही है। पंजाब में पटवारियों का पूरा सर्कल मुक्कमल होगा और लोगों को पूरी सुविधा दी जाएगी।
अतिरिक्त काम करने से पटवारियों का इनकार
पंजाब में सरकार और कर्मचारी आमने-सामने आ गए हैं। दोनों में टकराव की स्थिति बननी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के सख्त रवैये और राज्य में एस्मा एक्ट लागू कर दिए जाने के बाद बेशक पटवारी-कानूनगो कलम छोड़ हड़ताल पर नहीं गए हैं, लेकिन वह सिर्फ अपने पटवारी सर्किल में ही काम करेंगे। पटवारियों ने साफ कर दिया है कि वह अतिरिक्त 5-5 और 6-6 सर्किलों में काम नहीं करेंगे।
बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने का काम प्रभावित
राजस्व अधिकारियों ने एस्मा लगाने के राज्य सरकार के फैसले के विरुद्ध पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख करने की बात कही थी। पंजाब में कुल 3660 सर्किल हैं, जिनमें 1623 पटवारी रेगुलर तौर पर काम कर रहे हैं। 2037 सर्किल खाली हैं। पंजाब में अधिकांश क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हैं। उनकी गिरदावारियों का काम पूरा नहीं हुआ है। उन्हें मुआवजा बांटा जाना है, लेकिन पटवारियों द्वारा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के कारण काम प्रभावित हो सकता है।