रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सतनामी समाज के हिंसक प्रदर्शन को लेकर सरकार भी सख्त हो गई है। सीएम विष्णुदेव साय ने संयुक्त जिला कार्यालय में आगजनी, पथराव और हिंसा मामले की रिपोर्ट मंगाई है। उन्होंने आईजी- कमिश्नर को घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति संभालने के निर्देश दिए हैं। वहीं सीएम ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन और DGP अशोक जुनेजा को तलब कर घटना की जानकारी ली। CM ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़े वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा को निर्देशित किया था। इसकी घोषणा उनके द्वारा पहले ही की जा चुकी है। साय ने कहा कि कानून से उपर कोई नहीं है। सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री सभी से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि गिरौदपुरी धाम में जैतखाम को काटे जाने से सतनामी समाज आक्रोशित है। सोमवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। समाज के लोगों ने बलौदाबाजार संयुक्त जिला कार्यालय में आग लगा दिया।
सरकार की लापरवाही से अप्रिय स्थिति: बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं, लोग संयम बरते। प्रदेश सरकार की लापरवाही से यह अप्रिय स्थित निर्मित हुई है। 15 दिनों पहले असामाजिक तत्वों द्वारा जैतखाम को नुकसान पहुंचाने के मामले में कठोर कार्यवाही की गई होती तो शायद यह घटना नहीं होती। कांग्रेस अपील करती है कि संयम और शांति बनाये रखे। कानून को हाथ में न लें। सभ्य समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। बाबा साहब के बनाये कानून पर भरोसा रखे। बैज ने कहा कि साय सरकार आने के बाद से छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था बेहद खराब हो चुकी है। डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़, मणिपुर की तरह जल रहा है।