रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक एक अक्टूबर को रायपुर में होगी। कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में 90 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार तय किए जाएंगे। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो प्रदेश स्तर पर नाम लगभग तय हैं। एक अक्टूबर को होने वाली बैठक में दावेदारों के नामों पर फिर से रिव्यू होगा। इसके बाद नामों को AICC के पास भेजा जाएगा, जहां से प्रत्याशियों की सूची जारी की जाएगी। ऐसी चर्चा है कि 2018 में कांग्रेसी लहर के बाद भी चुनाव हारने वालों को पार्टी टिकट नहीं देगी। वहीं उदयपुर संकल्प शिविर फार्मूले के तहत कांग्रेस युवाओं और महिलाओं पर बड़ा दांव खेलने जा रही है।
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को सीएम हाउस में लगभग दो घंटे तक कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने शेष सीटों पर नामों को लेकर चर्चा की थी। सूत्रों का कहना है कि सभी सीटों पर सिर्फ सिंगल नाम लगभग तय कर लिए गए हैं। इन नामों को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में समिति के प्रभारी अजय माकन के सामने रखा जाएगा, जिसके बाद नामों की घोषणा होगी। ऐसी सूचना है कि कांग्रेस कमजोर परफार्मेंस वाले कई सिटिंग विधायकों की टिकट काटने जा रही है। कांग्रेस मिशन-75 को टार्गेट लेकर चल रही है और इसे पूरा करने पार्टी बड़ी रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी।
सर्वे में 18 विधायकों की रिपोर्ट कमजोर
राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने उम्मीदवार तय कर लिए थे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने सर्वे कराया था, उसमें 18 विधायकों की रिपोर्ट कमजोर मिली है। इसके बाद नेताओं ने टिकट को लेकर फिर से मंथन किया है। खबर यह भी है कि कांग्रेस इस बार कई मौजूदा विधायकों की टिकट काट रही है। कांग्रेस के सर्वे में जिन नेताओं की रिपोर्ट खराब आई है, उनकी टिकट कटना लगभग तय है। 22 नए चेहरे और खराब रिपोर्ट वाले 18 विधायकों के आंकड़ों को देखें तो यह आंकड़ा 40 पहुंच जाता है। कुल मिलाकर 90 में से 40 सीटों पर इस बार नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं। कई ओपिनियन पोल भी आए हैं, जिसमें भूपेश बघेल को लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताया गया है, लेकिन 44 प्रतिशत जनता विधायकों के कामकाज से नाराज हैं।
हर लोकसभा क्षेत्र में दो-दो महिला प्रत्याशी
बता दें कि पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने मीडिया में कहा था कि हर लोकसभा सीट पर दो-दो महिला प्रत्याशी उतारे जाएंगे। आवेदनों की शॉर्ट लिस्टिंग कर अंतिम रूप दिया गया है। कुछ सीटों में एक से दो पैनल और अधिकांश सीटों में सिंगल नाम फाइनल है। कमेटी एक बार फिर बैठेगी और फिर लिस्ट फाइनल हो जाएगी। नए चेहरों में महिलाओं और युवाओं को इस बार मौका मिलेगा। वहीं सीएम भूपेश बघेल भी कह चुके हैं कि तय समय पर ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होगी। वहीं उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव मीडिया में कह चुके हैं कि सिर्फ एक टिकट फाइनल है। सभी को टिकट देना संभव नहीं है। नामों पर चर्चा चल रही है।
इन सीटों पर नए प्रत्याशी उतारने की चर्चा
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इस बार राजनांदगांव, कोटा, मुंगेली, लोरमी, बेलतरा, मस्तुरी, पामगढ़, जैजैपुर, अकलतरा, जांजगीर, रामपुर, भाटापारा, बलौदाबाजार, रायपुर दक्षिण, कुरुद, धमतरी, बिंद्रानवागढ़, अहिवारा, भिलाई नगर, वैशाली नगर, नवागढ़, पंडरिया, गुंडरदेही, बालोद, कांकेर, अंतागढ़, नारायणपुर, चित्रकोट, खल्लारी, महासमुंद, सराईपाली, रायगढ़, बिलाईगढ़, कसडोल, तखतपुर, डोंगरगढ़, मोहला-मानपुर, खुज्जी, बैंकुठपुर, मनेन्द्रगढ़, कुनकुरी, बिल्हा और जशपुर विधानसभा सीट पर नए प्रत्याशी उतार सकती है। इन सीटों पर कांग्रेस को हार मिली थी और कुछ सीटों में वर्तमान विधायकों की सर्वे रिपोर्ट कमजोर आई है। बहरहाल, राजनीतिक में कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है। अब यह टिकट आने के बाद ही पता चल सकेगा।