रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। छत्तीसगढ़ में बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बन रही है। भूपेश के भरोसे पर मोदी की गारंटी भारी पड़ गई। वहीं सबसे बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि कांग्रेस ने अपने 22 वर्तमान विधायकों का टिकट काट दिया था। कांग्रेस को इन विधायकों का टिकट काटना महंगा पड़ गया। सिटिंग एमएलए की टिकट काटने का फायदा भारतीय जनता पार्टी को हुआ है। 2018 में चुनाव जीतने वाले 22 विधायकों को टिकट देने की वजह से वहां अधिकांश जगहों पर भाजपा को जीत मिली है, जबकि एक सीट गोंगपा ने जीती है।
बता दें कि कांग्रेस ने अपने 22 विधायकों की टिकट काट दिया था। ऐसे में कांग्रेस को विधायकों का टिकट काटना और नए चेहरों पर दांव लगाना भारी पड़ गया है। जिन 22 सीटों पर कांग्रेस ने विधायकों की टिकट काटी थी, उसमें से 14 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है। वहीं कांग्रेस केवल 8 सीट पर ही वापसी कर पाई है। वहीं 1 सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कब्जा जमाया है। 2018 चुनाव की तरह 2023 में कांग्रेस को बड़ी जीत की उम्मीद थी, लेकिन मोदी की गारंटी कांग्रेस पर भारी पड़ गई। 2018 में 68 सीटों और उप चुनाव में जीत दर्ज कर 71 सीटों पर रहने वाली कांग्रेस 40 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई। वहीं 2018 में 15 सीट जीतने वाली भाजपा 55 सीट तक पहुंच रही है।
कांग्रेस की 22 सीटें जहां विधायकों की टिकट काटी गई थी
- प्रतापपुर- हारे
- बिलाईगढ़ – जीते
- मनेंद्रगढ़ – हारे
- रामानुजगंज – हारे
- सामरी – हारे
- लैलूंगा-जीते
- पाली तानाखार- जीते
- जगदलपुर – हारे
- धरसीवां – हारे
- रायपुर ग्रामीण – हारे
- कसडोल – जीते
- महासमुंद – हारे
- सरायपाली-जीते
- सिहावा – जीते
- नवागढ़ – हारे
- पंडरिया – हारे
- खुज्जी- जीते
- डोंगरगढ़ – जीते
- अंतागढ़ – हारे
- चित्रकोट – हारे
- दंतेवाड़ा – हारे
- कांकेर- हारे
भाजपा ने काटा 2 विधायकों का टिकट
2018 विधानसभा चुनाव में 15 सीट पाने वाली भाजपा ने भी 2 सीटिंग विधायकों का टिकट काटा था। जिन 2 विधायकों को टिकट नहीं दिया गया था उसमें बेलतरा और बिंद्रानवागढ़ विधानसभा सीट शामिल है। बिंद्रानवागढ़ में कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि बेलतरा सीट भाजपा बचाने में कामयाब रही। टिकट काटने वाले दो सीटों में एक सीट भाजपा हार गई, जबकि कांग्रेस की 22 विधायकों की टिकट काटने वाली सीटों में 14 में भाजपा को जीत मिली है।