बेमेतरा-रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड में भीषण विस्फोट मामले की मजेस्ट्रियल जांच अभी शुरू हो हुई है। बेरला SDM पिंकी मनहर के नेतृत्व में फैक्ट्री में ब्लास्ट की न्यायिक जांच 4 बिंदुओं पर की जाएगी। 45 दिन के अंदर न्यायिक जांच पूरी की जाएगी। इधर घटना को 5 दिन बीत गए हैं, लेकिन हताहतों की संख्या अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। एक तरफ प्रशासन जांच की बात कह रहा है वहीं दूसरी ओर कंपनी में रखे बारूद को प्रबंधन दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने की चर्चा है। ब्लास्ट के बाद से लापता लोगों में एक के परिजनों ने डेड बॉडी नहीं मिलने पर कुश (घास) का पुतला बनाकर अंतिम संस्कार किया।
बता दें कि बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक के ग्राम पिरदा-बोरसी स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड कंपनी में 25 मई की सुबह ब्लास्ट हो गया। हादसे में 1 कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि 8 लोग घायल हो गए। वहीं मलबे में दबकर हुई मौतों की पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है। जिला प्रशासन 8 लोगों के लापता होने की बात कह रहा है, लेकिन कंपनी के बाहर मौजूद परिजन और दूसरे राज्यों के मजदूरों को मिलाकर संख्या ज्यादा होने का दावा किया जा रहा है। कंपनी के बाहर मजदूरों के परिजनों का प्रदर्शन जारी है। कुछ मजदूरों के परिजनों को मुआवजा बढ़ाकर देने की बात कही गई, लेकिन ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन की बातों को मानने से इनकार कर दिया है। गांव में सुरक्षा के लिहाज से अब भी बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात है।
बेमेतरा ब्लास्ट की घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विस्फोट की मजिस्ट्रियल जांच की घोषणा की है, लेकिन अभी जांच शुरू नहीं हुई है। लॉ एंड ऑर्डर की वजह से प्रशासनिक अधिकारी अभी कंपनी तक जा रहे हैं। वहीं सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है और मालिक आखिरकार मौन क्यों है। कंपनी प्रबंधन पर सैकड़ों सवाल है। कंपनी के रजिस्ट्रर का पन्ना गायब है। सीसीटीवी फुटेज भी नहीं है। कितने मजदूर काम पर थे, यह भी पता नहीं है। छत्तीसगढ़ में ऐसी बारूद की कई फैक्ट्रियां है। ऐसी घटना न हो इसके लिए जांच की जरूरत है, लेकिन शासन का ध्यान ही नहीं है। विस्फोटक सप्लायरों पर भी शिकंजा कसना जरूरी है। नियम-कायदों को अनदेखी कर बंद खदानों तक में भी बारूद पहुंचाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ और MP में कंपनी की 4 यूनिट
स्पेशल ब्लास्ट की यूनिट छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में संचालित है। बेमेतरा के पिरदा में विस्फोट की बड़ी घटना हुई है। कई मजदूरों की मौत हो गई। कई घायल हैं। उसके बाद भी राज्य सरकार गंभीर नहीं है। स्पेशल ब्लास्ट की कोरबा और सारगंढ़ में बारूद फैक्ट्री है। वहीं मध्य प्रदेश के सिंगरौली में भी कंपनी है। जहां-जहां माइंस का इलाका है वहां स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड की यूनिट है। कंपनी का मालिक संजय चौधरी है और वह एक पूर्व मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बताया जाता है।
- बेमेतरा जिले के पिरदा-बोरसी गांव
- कोरबा जिले के दीपका गांव
- सांरगढ़ जिले के कोतरा गांव
- मध्य प्रदेश के सिंगरौली
सबूत मिटाए जा रहे सांय-सायंः भूपेश बघेल
स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड में विस्फोट के इस मामले में जिला प्रशासन की तरफ से कंपनी प्रबंधन पर अब तक कोई FIR नहीं कराई गई है। कार्रवाई नहीं किये जाने को लेकर कांग्रेस ने उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है। कांग्रेस इस मामले को लेकर सत्ता पक्ष में लगातार हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोशल मीडिया X पर लगातार हमला बोल रहे हैं। उन्होंने ने लिखा- सबूत मिटाए जा रहे हैं सांय-सांय… मज़दूरों की जान के सौदागर कौन हैं? किसे बचा रहे हैं “सुशासन” और “गारंटी”?, वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव ने विस्फोट मामले पर कांग्रेस द्वारा राजनीति किए जाने की बात कही है।
अभनपुर के पास हुआ था ऐसी ही ब्लास्ट
बता दें कि 10 साल पहले अभनपुर के उरला स्थित नवभारत फ्यूज कंपनी लिमिटेड में भीषण विस्फोट की घटना हुई थी। मामले में दंडाधिकारी जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप गई थी। जांच रिपोर्ट में न तो दुर्घटना (विस्फोट) के कारणों का खुलासा किया गया था और न ही विस्फोट के लिए जिम्मेदारी तय की गई थी। विस्फोट नियंत्रक रायपुर की जांच में कंपनी में कई खामियां उजागर हुई थी। कंपनी में विस्फोटक सामग्री के विस्फोट को रोकने आवश्यक सावधानियां नहीं बरती गई। विस्फोटक सामग्री के रखरखाव व उपयोग में अप्रशिक्षित मजदूरों को काम पर लगा दिया गया था। कुछ ऐसी ही रिपोर्ट स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड में भी सामने आएगी और पूरा मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा।
इन चार बिंदु पर होगी विस्फोट की जांच
- दुर्घटना विस्फोट का कारण
- फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा किए गए सुरक्षात्मक उपायों का परीक्षण
- अनुज्ञप्ति, भंडारण और उपयोग आदि का विवरण
- दुर्घटना विस्फोट के लिए यदि कोई त्रुटि लापरवाही है तो उत्तरदायित्व का निर्धारण
- अन्य कोई सुझाव या बिंदु जो जांच अधिकारी सम्मिलित करना आवश्यक समझे