दिल्ली. एजेंसी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार (2 जून) की शाम 5 बजे तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। इससे पहले वे आम आदमी पार्टी (AAP) के दफ्तर गए और कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने कहा, ‘मैं देश बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मुझे नहीं पता कब वापस आऊंगा। वहां मेरे साथ क्या-क्या होगा, मुझे नहीं पता।’ देश की खातिर महात्मा गांधी जेल गए, भगत सिंह जेल गए और अपने प्राणों की आहुति दे दी…। अब मैं फिर जेल जा रहा हूं। उन्होंने खुद को भगत सिंह का चेला बताया…।
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘2024 लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल कल सामने आए। लिखकर ले लीजिए, ये सभी एग्जिट पोल फर्जी हैं। एक एग्जिट पोल ने राजस्थान में बीजेपी को 33 सीटें दी थीं, जबकि वहां सिर्फ 25 सीटें हैं। असली मुद्दा यह है कि उन्हें ऐसा क्यों करना पड़ा? उन पर दबाव बनाया गया होगा।’ वहीं, सरेंडर करने के करीब 30 मिनट बाद ही राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 5 जून तक ED की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सीएम अरविंद केजरीवाल की कस्टडी के लिए आवेदन किया था। दिल्ली सीएम के अंतरिम जमानत पर होने के चलते आवेदन पेंडिंग था। ड्यूटी जज संजीव अग्रवाल ने सुनवाई की और आवेदन को स्वीकार किया। केजरीवाल को जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था।
जेल जाने से पहले पार्टी दफ्तर गए दिल्ली CM
दिल्ली के मुख्यमंत्री पहले दोपहर 3:30 बजे राजघाट पहुंचे। उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित किए। इसके बाद केजरीवाल कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर गए। केजरीवाल आम आदमी पार्टी के ऑफिस भी पहुंचे। बता दें कि दिल्ली शराब नीति मामले में उनकी अंतरिम जमानत शनिवार (1 जून) को खत्म हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को चुनाव प्रचार के लिए उन्हें अंतरिम जमानत दी थी। केजरीवाल ने सोशल मीडिया X पर लिखा- सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मैं 21 दिन चुनाव प्रचार के लिए बाहर आया। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का बहुत बहुत आभार…।
39 दिन बाद जेल से बाहर आए थे केजरीवाल
बता दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल 10 मई को 39 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए थे। ED ने उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इससे पहले जांच एजेंसी उन्हें 9 समन भेज चुकी थी। हालांकि, केजरीवाल एक बार भी पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। गिरफ्तारी के बाद शुरुआती 10 दिन केजरीवाल ED की हिरासत में थे। 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था। 10 मई की शाम में वे जेल से बाहर आए थे।