दुर्ग. न्यूजअप इंडिया
कंधे पर लकड़ी का गट्ठा और हाथों में कुल्हाड़ी लिए इस शख्स को आपने कहीं न कहीं तो देखा होगा। जरा अपने दिमाग पर जोर दीजिए…। पहचाने की नहीं… लगता है आप नहीं पहचान पाए…। चलो अब हम ही आपको बता देते हैं। ये जनाब दुर्ग जिले के उप पुलिस अधीक्षक यानी डीएसपी हैं। अब तो आपका दिमाग और ज्यादा चकरा गया होगा कि आखिर इतना बड़ा अफसर कंधों पर लकड़ी क्यों ढो रहा है। डीएसपी साहब लकड़ी काटकर आखिर कहां ले जा रहे हैं। तो चलिए बताते हैं डिप्टी SP साहब की पूरी सच्चाई…।
दरअसल, यह एक फिल्म का दृश्य है, जिसमें यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने ‘गंगुवा’ का किरदार निभाया है। फिल्म में गंगुवा लकड़ी काटकर घर आता है और एक शादी समारोह में जाता है। शादी के दौरान बारात जाने सवारी गाड़ी की जगह मालवाहक वाहनों का उपयोग होने वाला था, जिसे रोका गया और यातायात का पाठ पढ़ाया गया। मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने से सबसे ज्यादा मौतें हुई है। इस शार्ट फिल्म को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल किया गया और इसने पुरस्कार भी जीता है।
ट्रैफिक संबंधी सावधानियां बहुत जरूरी
दुर्ग एसएसपी राम गोपाल गर्ग ने बताया कि मैंने यह फिल्में देखी और यातायात विभाग ने क्रिएटिव माध्यम से इन लापरवाहियों को बताया है, जिसका बहुत अच्छा असर दर्शकों पर पड़ेगा और वे ट्रैफिक से संबंधित सावधानियां बरतेंगे। यातायात के नियमों का पालन नहीं करने के कारण लोग असमय ही काल के ग्रास बन जाते हैं। यातायात विभाग और पुलिस विभाग यातायात नियमों का पालन, सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने लगातार अभियान चलाते हैं।
महोत्सव में 19 राज्यों की 460 फिल्में
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल होने दुर्ग एसपी रामगोपाल गर्ग के निर्देशन में यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा शार्ट फिल्म बनाया गया है। उक्त महोत्सव में 19 राज्य के 6 भाषा में 460 फिल्म शामिल हुए, जिसमें 5 छत्तीसगढी भाषा के वीडियो का चयन किया गया है। यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा बनाये गये वीडियो का शीर्षक ‘गंगुवा’ रखा गया है। इस वीडियो में ग्रामीण क्षेत्रों में शादी के दौरान बारात जाने के लिए ट्रैक्टर, ट्रक, मेटाडोर जैसे मालवाहक वाहनों का उपयोग धड़ल्ले से किया जाता है। इससे दुर्घटना में कितने लोगों की जान चली जाती है, उसे दर्शाया गया है।
CM साय ने शार्ट फिल्म को किया पुरस्कृत
फिल्म में डीएसपी यातायात सतीष ठाकुर, संदानंद विध्यराज और यातायात के कर्मचारियों ने किरदार निभाया है। इस शार्ट फिल्म को बेस्ट स्क्रीप्ट के लिए पुरस्कृत किया गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सभी का जीवन बहुत कीमती हैं। छोटी-छोटी लापरवाही से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इसमें कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। कई परिवार उजड़ जाते हैं। सावधानी और जागरुकता से इसे कम किया जा सकता है। दुर्ग पुलिस द्वारा बनाये गए शार्ट फिल्म की उन्होंने सराहना की और बधाई भी दी।
सरकारी-निजी संस्थानों में ट्रैफिक का पाठ
इस लघु फिल्म के माध्यम से बताया गया कि छोटी-छोटी लापरवाहियों से एक अनमोल जीवन चला जाता है। इसे बचाया जा सकता है, यदि ट्रैफिक के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जाए। डीएसपी सतीश ठाकुर, सदानंद विंधराज के नेतृत्व में यातायात जागरुकता कार्यक्रम के तहत जिले के सरकारी और निजी संस्थानों में यातायात नियम संबंधी जानकारी दी जा रही है। शार्ट फिल्म के माध्यम से आम जनता को यातायात के नियमों का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है।