भिलाई. न्यूजअप इंडिया
आज के दौर में सभी लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, जिसके चलते सारा डेटा इंटरनेट पर स्टोरेज रहता है। हैकर्स इसी डाटा को प्राप्त कर लिंक के माध्यम से लोक लुभावनी लाटरी, गिफ्ट, पैसा डबल करने, शेयर इन्वेस्टमेंट, आनलाइन छूट का लालच देते हैं। ठग अनजान लिंक पर क्लिक कराकर पूरी डिटेल पाते हैं और धोखाधड़ी कर लेते हैं। साइबर स्टाकिंग, फेक अकाउंटस, बाडी शेमिंग, डी फेक, सोशल एक्सक्लूसन, आनलाइन सेक्चुअल एक्सटोर्न, चाइल्ड पोर्नग्राफी, हनी ट्रैप आदि साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरुकता जरूरी है। सावधानी से ऐसे फ्राड से बच सकते हैं। उक्त बातें दुर्ग पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग ने कही।
प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में IG रामगोपाल गर्ग ने बताया कि हैकर्स जानी मानी कंपनियों की सोशल एकाउंट से मिलती जुलती एकाउंट बनाते है। लोग जल्दबाजी में उस पर ध्यान नहीं देते और आई हुई लिंक पर क्लिक कर देते है। सर्च इंजन पर भी हम हेल्पलाइन नंबर ढूंढते हैं। फेक नंबरों पर क्लिक करने से फोन में मौजूद पूरा डेटा उन तक पहुंच जाता है और वह लोग साइबर ठगी, धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने साइबर अपराध से बचने ई-मेल आईडी, पासवर्ड व सोशल एकाउंट पासवर्ड पर टू स्टेप सिक्योरिटी लगाने की बात कही। इसी के साथ ही लोगों से पासवर्ड के रूप में जन्मतिथि व शादी की सालगिरह की डेट न डालने की बात कही। उन्होंने समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहने की बात कही ताकि साइबर ठगों से बचा जा सके।
हमारी सोच हमेशा पॉजिटिव होनी चाहिए
IG गर्ग ने कहा कि समाज में कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं है। हमारी सोच पॉजिटिव होनी चाहिए। सीखने की इच्छा हमेशा होनी चाहिए। आईजी ने कहा कि लालच फ्राड होने का सबसे बड़ा कारण बनता है। अभी तक छत्तीसगढ़ में जितने भी साइबर अपराध हुए हैं, उसमें छत्तीसगढ़ के लोगों की संलिप्तता नहीं के बराबर है। दूसरे राज्यों के लोगों की सक्रियता इसमें ज्यादा है। अनजान नंबर से फोन आए और परेशानी का हवाला देकर ठगी करे तो फोन काट दें। अपने परिचतों को फोन करें। सायबर फ्राड से बचने अलर्ट रहना जरूरी है। आईजी गर्ग ने कहा कि ठग पहले आपका भरोसा जीते हैं उसके बाद बड़ा फ्रॉड करते हैं। फ्रॉड आपके डर का फायदा उठाते हैं। किसी भी तरह के साइबर होने पर अपराध की सूचना 1930 या थानों पर जरूर दें। उन्होंने बताया कि पढ़े-लिखे लोग ही ठगी के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। दुर्ग जिले के साथ ही संभाग में साइबर प्रहरी अभियान भी चला रहे हैं।
पूरी दुनिया इंटरनेट पर कनेक्ट, लेकिन सुरक्षा हमारे हाथ
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि पैसा आसानी से नहीं बनता। पैसा कमाने के लिए मेहनत करना पड़ता है। कोई भी आदमी मुफ्त में पैसा नहीं देता। जितने भी फ्रॉड हो रहे हैं यह सब लालच का ही परिणाम है। एसपी ने कहा कि अगर साइबर अपराध हुआ है तो जितनी जल्दी थाना में सूचना देंगे अपराध को रोका जा सकता है। देरी करने पर ऑनलाइन ठगी की रकम को लीगल प्रूफ करने में दिक्कत होती है। एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा पूरी दुनिया इंटरनेट पर कनेक्ट है, लेकिन सुरक्षा हमारे हाथ में है। एडिशनल एसपी दुर्ग अभिषेक झा ने कहा कि साइबर क्राइम की मुख्य वजह लालच और अज्ञानता है। डॉक्टर, इंजीनियर सहित कई ऊंचे ओहदे पर बैठे लोग कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में साइबर क्राइम के शिकार होते जा रहे हैं। लालच पर जितना नियंत्रण रखा जाएगा, उतना ही ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। कार्यक्रम में खिलावन सिंह चौहान, आनंद ओझा सहित पत्रकारों ने अतिथियों का शॉल और मोमेंटो देकर सम्मान किया।
प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
इस अवसर पर जनसंपर्क अधिकारी प्रशांत शुक्ला, नोडल अधिकारी संकल्प राय, संपादक योगेश दुबे, संपादक देवेन्द्र गोस्वामी, ब्यूरो चीफ आलोक तिवारी, संपादक योगेश गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार संदीप दीवान, राजेन्द्र गोस्वामी, राधा मोहन मिश्रा, आरबी केसरवानी, आनंद नारायण ओझा, कोमल धनेसर, रमेश भगत, जाकीर हुसैन, मनेन्द्र पटेल, मो फारुक, हरप्रीत भाटिया, सतीश बौद्ध, विजय दुबे, निलेश त्रिपाठी, दिनेश चौहान, राजकुमार आर्य, संतोष तिवारी, उमेश पासवान, संजय श्रीवास्तव, शैलेन्द्र खरे, अभिषेक, श्रीकांत, सीमांत कश्यप, सचिन मोरे, संजय सिंह, खुशवंत, संगीता मिश्रा, शाहीन खान, मनीषा सिंह, दीपमाला, भारती, अनिता मिश्रा, एश्वर्या सिहं, शिवेन्द्र शिंदे, दीपक मिश्रा, प्रदीप राव, अतुल शर्मा, संतोष शर्मा, गौकरण निषाद, योगेश वर्मा, विजय दुबे, सोलोमन आदि मौजदू रहे।