रायपुर-गरियाबंद. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का छापा पड़ा है। ईडी की टीम ने सुबह-सुबह राजधानी के मौहदापारा में चावल कारोबारी रफीक मेमन के घर और गरियाबंद जिले के मैनपुर में कारोबारी इकबाल मेमन के घर पर छापा मारा है। मैनपुर में सुबह 6 बजे से छापे के लिए ईडी की टीम 10 से ज्यादा वाहनों में पहुंची है। ईडी की यह कार्रवाई पिछले दो सालों में दो करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति खरीदने और मनी लॉड्रिंग से जुडा होना बताया जा रहा है।
ऐसी भी सूचना है कि कुछ दिन पहले गरियाबंद जिले के जाड़ापदर में बनाए गए राइस मिल को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध जताया था। यह मिल इकबाल के बेटे गुलाम द्वारा बनाया जा रहा था। विवाद बढ़ने के पर ग्रामीणों ने ईडी के पास पहुंचकर एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप था कि बेरोजगार गुलाम मेमन द्वारा पिछले एक डेढ़ साल में मैनपुर में दो करोड़ से ज्यादा की संपति खरीदी गई है। बेरोजगार व्यक्ति के पास इतना पैसा कहां से आया।
शिकायत में गुलाम मेमन को चर्चित अनवर ढेबर का मौसेरा भाई बताया गया था। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि मैनपुर से तीन किमी दूर जाड़ापदर और गौरघाट में बड़ी राशि इन्वेस्ट की गई है। नवंबर महीने में इसकी शिकायत ईडी से हुई थी। शिकायत की पुष्टि के बाद बुधवार को ED की टीम ने जांच की कार्रवाई शुरू की है। वहीं राजधानी के मोहदापारा इलाके में भी ईडी ने दबिश दी है। यहां चावल कारोबारी रफीक मेमन के घर ईडी की छापेमार कार्रवाई जारी है। आशंका जताई जा रही है कि DMF घोटाले मामले में ईडी ने चावल कारोबारी के घर रेड डाली है।