रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने आबकारी विभाग के 6 हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले में प्रदेश के 21 जगहों पर छापेमारी की है। अफसरों की टीम ने एक साथ घोटाले से जुड़े लोगों के यहां दबिश दी है। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर में एक साथ जांच कार्रवाई चल रही है। जांच के दौरान एसीबी को 19 लाख कैश, करोड़ों की ज्वेलरी, संपत्ति के दस्तावेज, बैंकों में करोड़ों के निवेश संबंधी दस्तावेज मिले हैं। खुर्सीपार में घर बंद होने की वजह से एसीबी ने पप्पू बंसल के मकान को सील कर दिया है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में ACB-EOW में केस दर्ज कराया है। इसके बाद यह छापेमारी की जा रही है। गुरुवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो करीबी शराब कारोबारियों पप्पू बंसल और विजय भाटिया के यहां ACB की टीम पहुंची है। पप्पू बंसल न्यू खुर्सीपार में रहते हैं और विजय भाटिया का बंगला नेहरू नगर पूर्व में है। पिछले साल कांग्रेस शासनकाल में इन दोनों के यहां ED की रेड पड़ चुकी है। बिलासपुर में टीम ने 4 जगहों पर दबिश दी है। इसमें एफएल 10 ए कंपनी के सीए संजय मिश्रा के ऑफिस और घर सहित बाकी जगहों पर कार्रवाई चल रही है। रायपुर में समता कॉलोनी के गोविंद कुंज में कारोबारी अनिल अग्रवाल और सौरभ अग्रवाल के घर जांच चल रही है।
2 माह पहले भी ACB-EOW ने मारा था छापा
ACB-EOW ने केस दर्ज करने के बाद करीब दो महीने पहले बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में छापेमारी की थी। साथ ही दुर्ग के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर जांच की थी। ऐसी चर्चा है कि उस समय कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर टीम आगे की जांच कर रही है। कुछ दिनों पहले एसीबी कारोबारी अरविंद सिंह और होटल व्यवसायी अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर चुकी है। कोर्ट के निर्देश पर दोनों से पूछताछ की जा रही है।
छापों में कैस, ज्वेलरी, जमीन के दस्तावेज मिले
एजेंसी सूत्रों के मुताबिक आबकारी मामले में ACB ने रायपुर में 9, दुर्ग-भिलाई में 7, राजनांदगांव में 4 और बिलासपुर में 4 जगहों पर तलाशी ली है। कुल 21 स्थानों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू ने सर्च ऑपरेशन चलाया है। तलाशी में लगभग 19 लाख रुपये कैश, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, पेन-ड्राइव, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज, करोडों के आभूषण, बैंकों में करोडों के निवेश के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है। इन दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्ति के सामान्य निवेश एवं शेल कंपनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन और निवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं।