दंतेवाड़ा. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा स्थित एसडीएम कार्यालय में भैरमबंद में पदस्थ पटवारी किशोर दीवान और एसडीएम (प्रशिक्षु IAS) के गार्ड के बीच हाथापाई हो गई। घटना के बाद पटवारी किशोर दीवान ने कोतवाली में FIR दर्ज करवाई है। वहीं दूसरी तरफ एसडीएम कार्यालय के गार्ड और कर्मचारियों ने भी पटवारी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं एसडीएम दफ्तर में हुए घटनाक्रम की चर्चा दिनभर शहर और चौक-चौराहों में होती रही।
मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला 6 महीने पहले भैरमबंद से कटेकल्याण ट्रांसफर से जुड़ा हुआ है। पटवारी किशोर ने आरोप लगाया है कि लगातार मेरा 6-6 महीने में दंतेवाड़ा से भैरमबंद और फिर कटेकल्याण अल्प अवधि में ट्रांसफर कर दिया गया है। पटवारी का कहना है कि ट्रांसफर का कारण जानने मैं एसडीएम चैम्बर में गया तो गनमैन (गार्ड) द्वारा मेरे से साथ मारपीट की गई है। SDM ने कोई बात नहीं सुनी और उनके कहने पर ही गार्ड ने मुझे कई बार धप्पड़ मार दिया। मारपीट की शिकायत लेकर थाने पहुंचा हूं। हालांकि इस पूरे मामले पर पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी कहने बचते रहे।
लापरवाह और भ्रष्ट आचरण में पटवारी लिप्त
इधर जिला जनसंपर्क ने कहा कि उक्त पटवारी के विरुद्ध 18 सर्व मूल बस्तरिया समाज कल्याण संघ दंतेवाड़ा एवं ग्रामीणों के द्वारा उनके संबंध में बिन्दुवार शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके अनुसार आय, जाति, निवास और भूमि संबंधी कार्यों के लिए पैसों की मांग करना, विगत 10 वर्षों से एक ही जगह पर पदस्थ होना, जमीन दलाली के कार्यों में लिप्त रहना, मंदिर एवं धार्मिक कार्यों में बेवजह हस्तक्षेप करना, मूल बस्तरिया समाज का व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर लोगों को भड़काने का काम करना और सभी राजनैतिक दलों के संपर्क में रहकर लाभ उठाना जैसी शिकायत दर्ज हुई थी। उक्त शिकायतों के तहत जांच करने के लिए तहसीलदार दन्तेवाड़ा की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया था।
पटवारी के खिलाफ ढेरों शिकायतेंः SDM
इधर एसडीएम जयंत नाहटा स्थानीय मीडिया को बताया कि पटवारी किशोर दीवान के विरुद्ध 40 से ज्यादा शिकायतें पैसा लेने की ग्रामीणों ने की थी। जांच के बाद उनका ट्रांसफर किया गया था। पूरे मामले में विभागीय जांच भी चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे चैम्बर में पटवारी आवेशित भाषा शैली का इस्तेमाल कर रहा था। इसके बाद सुरक्षाकर्मी और चौकीदार ने उन्हें पकड़कर चैम्बर से बाहर ले गये। पटवारी द्वारा मुझ पर लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार है।