रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सियासत शुरू हो गई है। साय कैबिनेट की बैठक में 14 नवंबर से प्रदेश में धान खरीदी शुरू करने का निर्णय लिया है, लेकिन विपक्षी कांग्रेस ने खरीदी एक नवंबर से शुरू करने की मांग उठा दी है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने धान खरीदी के मुद्दे को लेकर विष्णुदेव साय सरकार पर हमला बोला है। भूपेश ने कहा कि ‘धान खरीदी को लेकर विष्णुदेव सरकार की नीयत में खोट है। इस साल दशहरा से ही धान की कटाई शुरू हो चुकी है।’
पूर्व सीएम भूपेश ने यह भी कहा कि ‘कोचियों के हाथों समर्थन मूल्य से कम में फसल बेचने की खबरें भी आई हैं, लेकिन सरकार ने 14 नवंबर से धान खरीदी का निर्णय लिया है और उसमें भी समर्थन मूल्य में हुए ₹117 की वृद्धि का लाभ नहीं दिया जाएगा। हमारी सरकार से मांग है कि धान खरीदी 1 नवंबर से की जाए और किसानों को बढ़े हुए समर्थन मूल्य का लाभ मिले। किसानों से ₹3217 प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी की जाए।’
‘प्रदेश में आदिवासियों की पिटाई हो रही’
भारतीय जनता पार्टी आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर छत्तीसगढ़ के आदिवासियों से जल, जंगल और जमीन छीन लेना चाहती है। यह भाजपा का षड़यंत्र है। आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते ही प्रदेश में आदिवासियों की पिटाई हो रही है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक आदिवासियों के साथ हिंसा और पिटाई हो रही है, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी से चिपके रहने के लिए विष्णुदेव साय अपने समाज के साथ भी खड़े नहीं हो रहे हैं। आदिवासी समाज में सरकार को लेकर आक्रोश है।