रायपुर. न्यूजअप इंडिया
लोकसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दो पूर्व विधायकों सहित सैकड़ों कांग्रेसियों ने भाजपा का दामन थाम लिया। सभी ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व विधायकों में धरसींवा के पूर्व विधायक विधान मिश्रा और बलौदाबाजार के पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा शामिल हैं। कांग्रेस के कई नेताओं ने भी भाजपा प्रवेश किया है। छत्तीसगढ़ में सत्ता जाते ही बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने हाथ का साथ छोड़ दिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव ने सभी नेताओं को भाजपा प्रवेश कराया।
गुरुवार को भाजपा मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में कांग्रेस के दो पूर्व विधायक विधान मिश्रा और प्रमोद शर्मा ने बीजेपी में प्रवेश किया। वहीं कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आलोक पाण्डेय, राष्ट्रीय सचिव कामगार कांग्रेस सौरभ निर्वाणी सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। छत्तीसगढ़ी फिल्म कलाकार मनमोहन सिंह ठाकुर ने भी बीजेपी के सदस्यता ली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी को पार्टी का गमछा पहनाकर बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, बीजेपी में प्रवेश करने वाले नेताओं का स्वागत है। पार्टी आपके सभी सुख-दुख के समय खड़ी रहेगी। आज बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है, कार्यकर्ताओं की पार्टी है और सिद्धांतवादी पार्टी है। हम सभी आगामी लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 की 11 सीटें जीतकर नरेंद्र मोदी की तीसरी बार पीएम बनाएंगे।
JCCJ से प्रमोद शर्मा ने जीता था चुनाव
बता दें कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) की टिकट से प्रमोद शर्मा ने 2018 का विधानसभा चुनाव जीता था। वे 2023 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। बलौदाबाजार से प्रमोद शर्मा की जगह शैलेष नितिन त्रिवेदी को उम्मीदवार बनाया गया था। विधानसभा चुनाव में शैलेष नितिन त्रिवेदी हार गए। वहीं विधान मिश्रा पुराने कांग्रेसी हैं। उन्होंने धरसींवा से 1998 में चुनाव जीता था।
राजनीतिक गलियारों में ऐसी भी चर्चा
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। प्रमोद शर्मा कांग्रेस के ही नेता थे, लेकिन बाद में वह अजीत जोगी की पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी में चले गए थे, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने के बाद एक बार फिर प्रमोद शर्मा के पार्टी छोड़ने की चर्चा तेज हो गई है। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट की लालसा या फिर भाजपा सरकार के कार्यकाल में निगम, मंडल और आयोगों में जगह पाने भाजपा से लोग जुड़ रहे हैं।
जमीनी कार्यकर्ताओं का गिरता है मनोबल
बता दें कि छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस में टूट जारी है। वहीं कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कई क्षेत्रीय पार्टियों के दिग्गज नेताओं के भाजपा नेताओं के पीछे घूमने की भी चर्चा है। प्रदेश लेबल पर दूसरी पार्टियों के नेताओं का प्रवेश कराया जा रहा है तो स्थानीय और जमीन से जुड़े नेताओं का मनोबल भी टूटता है। पिछले दिनों भाजपा छोड़ कांग्रेस में गए नंदकुमार साय भाजपा से नजदीकी बढ़ा रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले कांग्रेस को अलविदा कह भाजपा में चिंतामणी महाराज आए। विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के कई नेता भी भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं।
सियासी महत्वकांक्षा भी दलबदल की वजह
हिन्दुस्तान में शायद ही ऐसा कोई राजनीतिक दल होगा, जिसके एक भी नेता ने लोकसभा या विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने से खफा होकर दलबदल न किया हो। प्रदेश में जिसकी सरकार हो या चुनाव में जिस दल के जीतने की संभावना अधिक होती है, उसमें टिकटार्थियों की संख्या भी अधिक होती है। प्रत्येक पार्टी में ऐसे नेता भी होते हैं जो सांसद, विधायक या सत्ता के करीब रहना चाहते हैं। ऐसे नेता अपने दल के टिकट से वंचित रहने के बाद दूसरे दल से आश्वासन के बाद उसमें शामिल होने में कोई संकोच नहीं करते हैं। ऐसे नेताओं के लिए अपनी मूल पार्टी के सिद्धांत एवं नीतियां एक मिनट में ही गौण हो जाते हैं। वे टिकट की आस में या टिकट की शर्त पर ही दलबदल करते हैं।
इन्होंने थामा भाजपा का दामन
पूर्व विधायक विधान मिश्रा, प्रमोद शर्मा पूर्व विधायक बलौदा बाजार, अनूप केशव चंद्राकर राज्य संयोजक स्टेट कोऑर्डिनेटर, सुश्री दीप्ति खंडेकर राज्य संयोजक स्टेट कोऑर्डिनेटर, रमेश कोसले जिला अध्यक्ष सोशल मीडिया, टुम्मन सिन्हा जिला उपाध्यक्ष सोशल मीडिया, टेकराम साहू महासचिव सोशल मीडिया, हर्षद साहू सचिव सोशल मीडिया, ज्ञानदास सतनामी जिला अध्यक्ष, भोजराम पटेल महासचिव, रमेश गेन्दरे पूर्व सरपंच, आलोक पांडे प्रदेश अध्यक्ष, असंगठित कामगार एवं कर्मचारी प्रदेश सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी, सौरभ निर्वाणी राष्ट्रीय सचिव असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस, प्रमोद कुमार सिंह जिला अध्यक्ष जगदलपुर कांग्रेस, जितेश शर्मा जिला अध्यक्ष रायपुर असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस, परमजीत कौर जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष जगदलपुर, वंदना गोड़ जिला अध्यक्ष बलौदा बाजार, गायत्री कोषाध्यक्ष बलौदा बाजार, अमृता बाई जिला अध्यक्ष, कोरबा कविता जिला अध्यक्ष, कोरबा सरस्वती जिला अध्यक्ष बैकुंठपुर, सुमित्रा जिला कोषाध्यक्ष बैकुंठपुर, कचरा चंद्राकर जिला अध्यक्ष, महासमुंद, ईश्वरी साहू कोषाध्यक्ष महासमुंद, शांति यादव जिला अध्यक्ष जांजगीर चंपा, रामेश्वरी यादव जिला कोषाध्यक्ष जांजगीर चांपा, गोमती मानिकपुरी जिला अध्यक्ष गौरेला, मीना साहू जिला कोषाध्यक्ष गौरेला, मनीष सिंह, नंदराम लहरे, वेजती लहरे, जितेन्द्र शर्मा, राजीव अवस्थी, सुमन वर्मा, रेखा सिंह, राजनंदगांव जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी, अनूप केशव चंद्राकर, सुश्री दीप्ति खंडेकर, रमेश कोसले, धुम्मन सिंह, टेकराम साहू, हर्षद साहू, तोरण साहू, ज्ञानदास सतनामी, भोजराम पटेल, डोमेन्द्र कुमार साहू, महेश चंद्राकर, राजकुमार साहू, गणेश्वर चंद्राकर, आशीष निर्मलकर, अमर निर्मलकर, अशोक, मोरध्वज चंद्राकर, लोकनाथ साहू, आशीष साहू, मिथलेश साहू, बलराम साहू, हेमंत चौरे, शेखर कुमार, भानु प्रताप, हेमंत कुमार साहू, भूपेश कुमार, टिकेश्वर साहू, डोमेश्वर साहू, तिल्दा नेवर से रमेश, रमेश कुमार अग्रवाल, अशोक यादव, अजय तिवारी, सूरज नारायण शर्मा, मनीष शर्मा, पुनाराम वर्मा, संजय राठी, मोहन साहू, शिवकुमार हनुमंत, मनोज, आदर्श अग्रवाल, अश्वनी कुमार राय, मीनेश नायक, देवेंद्र यादव, अनिल वर्मा, पंकज विश्वकर्मा, राजकुमार रात्रे, रमेश साहू, आलोक पांडे, सौरभ निर्वाणी, डोमेश्वर साहू, प्रेम कुमार साहू, जितेश शर्मा, निशांत शर्मा, धनंजय, परमजीत कौर, मोना कौर, मलीना हलदार, अनीता पटेल, सुमन सिंह, सरोजिनी रेड्डी, ललिता कश्यप, मनीषा यादव, कुमारी कविता बघेल, सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस एवं जनता कांग्रेस के लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली।