रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में मनमानी का क्या हाल है, यह देखना है तो नर्सिंग कालेजों के एडमिशन को देख लीजिए… छत्तीसगढ़ के सात कालेजों में कुल सीटें 481 थीं, लेकिन एडमिशन 495 छात्रों को दे दिया। जांच के बाद छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है। हैरत की बात तो यह है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों ने हिदायत दी थी, बावजूद कालेज संचालकों ने सीटों से अधिक छात्रों को एडमिशन दे दिया। बीएससी नर्सिंग की 8 और पोस्ट बेसिक नर्सिंग की 6 सीटों पर अतिरिक्त प्रवेश का मामला खुलने के बाद इन कालेजों से जवाब मांगा गया है। उन्हें चेतावनी दी गई है कि लापरवाही तय होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी और न्यायालयीन प्रकरणों की जिम्मेदारी भी उनकी होगी।
बता दें कि चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक नर्सिंग सहित अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग का आयोजन किया जाता है। इसमें सीटों के आवंटन के बाद स्कूटनी और प्रवेश की प्रक्रिया संबंधित संस्थानों में जाकर पूरी की जाती है। वर्ष 2024 में प्रवेश के दौरान कॉलेजों को इस बात की हिदायत दी गई थी कि प्रवेश के दौरान नियमों का पालन किया जाए। एडमिशन पूरा होने के बाद संस्थानों द्वारा प्रवेशित विद्यार्थियों की सूची चिकित्सा शिक्षा संचालनालय की काउंसिलिंग कमेटी को उपलब्ध कराई गई थी। इसकी जांच के दौरान सात निजी नर्सिंग कालेजों में हुए एडमिशन और वहां उपलब्ध सीटों की संख्या में अंतर पाया गया। छह कालेजों में बीएससी नर्सिंग की आठ सीटों पर अतिरिक्त एडमिशन दिया गया था। वहीं एक कालेज में पोस्ट बेसिक नर्सिंग की छह सीटों पर एक्सट्रा एडमिशन हुआ है। इन कालेजों को 21 फरवरी तक काउंसिलिंग कमेटी के सामने उपस्थित होकर भिन्नता का समाधान करने का वक्त दिया गया है। उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर यह लापरवाही तय होती है तो संस्था के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अगर अतिरिक्त प्रवेश वाले विद्यार्थियों द्वारा न्यायालय में याचिका लगाई जाती है तो इसकी जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी।
बीएससी नर्सिंग एडमिशन
बिलासा इंस्टी. ऑफ नर्सिंग बिलासपुर – 80 सीट 81 एडमिशन
कांफ्लुएंस कालेज ऑफ नर्सिंग नांदगांव – 60 सीट 61 एडमिशन
ग्रेसिएस कालेज ऑफ नर्सिंग रायपुर – 60 सीट 61 एडमिशन
होलीक्रास कालेज ऑफ नर्सिंग सरगुजा – 61 सीट 62 एडमिशन
सांदीपनी एकेडमी बिलासपुर – 100 सीट 101 एडमिशन
सृष्टि नर्सिंग कालेज रायपुर – 60 सीट 63 एडमिशन
पोस्ट बेसिक नर्सिंग प्रवेश
श्रीनारायणा नर्सिंग इंस्टी. रायपुर – 60 सीट 66 एडमिशन
शिक्षा को पूरा कारोबार बना दिया गया
नर्सिंग कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर भी बड़ी लूट चल रही है। अच्छा रैंकिंग नहीं आने वालों को मैनेजमेंट सीटों पर भी एडमिशन विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रबंधन देते हैं। इन सीटों पर भर्ती के लिए लाखों रुपये की किया जाता है। इसके अलावा कॉलेजों द्वारा तय हॉस्टल में भी रहना अनिवार्य है। इसके लिए भी स्टूडेंट्स के पालकों से मोटी रकम ली जाती है। कोई पालक अगर इसका विरोध करे तो दाखिला नहीं मिलता। शिक्षा को पूरा कारोबार बना दिया गया है।
दस्तावेजों के आधार पर सूची जारी
चिकित्सा शिक्षा संचालनालय द्वारा उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेशित विद्यार्थियों की सूची जारी कर दावा आपत्ति मंगाया गया है। 21 फरवरी तक दावा आपत्ति काउंसिलिंग कमेटी के समक्ष जेएन मेडिकल कालेज में प्रस्तुत किया जा सकता है। जारी सूची में एमएससी नर्सिंग में ऑनलाइन 547, ऑफलाइन 170 मिलाकर 717, पोस्ट बेसिक नर्सिंग में ऑनलाइन 2425 तथा ऑफलाइन 109 कुल 2534 तथा बीएससी नर्सिंग 2430 ऑफलाइन और 2425 ऑनलाइन मिलाकर कुल 4855 लोगों का एडमिशन हुआ है।
डीएमई कार्यालय से अपडेट नहीं हुआ
प्राइवेट -नर्सिंग कॉलेज एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र चौबे ने बताया कि कॉलेज में एडमिशन का जो अंतर आया है, वह प्रथम और द्वितीय काउंसिलिंग के दौरान प्रवेश रद्द कराने वालों से संबंधित है। इस संबंध में कालेजों द्वारा पत्र जमा कराया गया था, जिसे सूची तैयार करने के दौरान डीएमई कार्यालय से अपडेट नहीं किया गया। कालेज प्रबंधन द्वारा कमेटी के सामने उपस्थित होकर इसे अपडेट करा लिया जाएगा। गड़बड़ी जैसी कोई बात नहीं है।