पटना.एजेंसी। बिहार की राजनीति में उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री आवास पर पार्टी विधायकों के साथ बैठक की गई। इस दौरान नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार एक बार फिर महागठबंधन से पाला बदलकर बीजेपी के साथ नई सरकार बना सकते हैं। नीतीश कुमार एनडीए के साथ मिलकर नई सरकार बनाएंगे।
रविवार को मुख्यमंत्री आवास से राजभवन तक सुरक्षा बैरीकेडिंग लगा दिए गए हैं। ऐसे में अब जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार रविवार को ही 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इस्तीफे से पहले नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक कर भविष्य की रणनीति पर मंथन भी किया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो नई सरकार में दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं। दोनों ही उप मुख्यमंत्री और स्पीकर पद बीजेपी नेता को मिलेंगे।
इंडिया गठबंधन में सबकी अलग रणनीति
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़े अरमानों के साथ विपक्षी एकता की कवायद शुरू की थी, लेकिन वो सफल नहीं हुए। उन्हें इंडिया महागठबंधन में महत्वपूर्ण पद की उम्मीद थी,लेकिन हुआ बिल्कुल उल्टा। इंडिया गठबंधन अपनी-डफली और अपनी राग बजाने लगा। टीएमसी, आम आदमी पार्टी के सुर भी अलग-अलग रहे। पश्चिम बंगाल, पंजाब के बाद अब बिहार में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है।
राहुल गांधी की यात्रा के बाद बढ़ी दरार
इंडिया गठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश कुमार अब कांग्रेस को इसके लिए जिम्मेदार बता सकते हैं। कांग्रेस की ओर से अपनाया जा रहा अलग रास्ता भी विवाद का कारण बना है। राहुल गांधी इंडिया गठबंधन के बारे में बात करने के बजाय कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर चुके हैं। ये यात्रा बिल्कुल कांग्रेस की अपनी अलग यात्रा है। ऐसे में जेडीयू को महागठबंधन में रहने का कोई कारण नजर नहीं आया। इंडिया गठबंधन एकजुट रहने और मोदी को जवाब देने में पूरी तरह विफल रहा। वहीं बिहार का यह खेला 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर हुआ है।
इस्तीफे पर भड़की कांग्रेस ने कही बड़ी बात
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता माफ नहीं करेगी। बिलकुल साफ है की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रधानमंत्री और बीजेपी घबराए हुई है और उससे ध्यान हटाने के लिए यह राजनीतिक ड्रामा रचा गया है। वहीं मल्लिकार्जुन खरगे ने नीतीश कुमार को लेकर आया राम गया राम जैसा सियासी तंज कसा है।