रायपुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ में फर्जी फर्मों के सहारे टैक्स चोरी करने वालों पर GST विभाग का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। सेंट्रल GST विंग ने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के मामले में कार्रवाई करते हुए रायपुर के मेसर्स दीपक एंटरप्राइजेज के मालिक दीपक कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने फर्जी फर्मों से 5.73 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया है। टैक्स क्रेडिट पास करने दीपक ने कई फर्जी फर्म भी बनाई गई थी। GST विभाग ने एक माह पहले सर्वेश कुमार पाण्डेय को गिरफ्तार किया था, जिसने फर्जी फर्मों से 70 करोड़ से अधिक का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया था।
मो. अबु सामा आईआरएस आयुक्त सीजीएसटी रायपुर ने बताया कि विशेष खुफिया जानकारी और डेटा विश्लेषण से यह पता चला कि फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट पास करने कई फर्जी फर्म बनाई गई है। व्यापक निगरानी के बाद 4 मई 2024 को सर्वेश कुमार पाण्डेय को गिरफ्तार किया गया। उसने बड़ी संख्या में फर्जी फर्मों के सहारे 70 करोड़ से अधिक का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया था। जांच करने पर पता चला कि दीपक कुमार मिश्रा नाम का एक अन्य व्यक्ति जो कि मेसर्स दीपक एंटरप्राइजेज रायपुर का मालिक है और वह सर्वेश कुमार पाण्डेय के ब्रोकर के रूप में काम करता है। उसने भी सात ऐसे फर्मों के नाम पर 5.73 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया है।
न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी
आईआरएस आयुक्त ने बताया कि तथ्यों और साक्ष्यों के सामने आने पर दीपक कुमार मिश्रा से पूछताछ की गई। उन्होंने कई अन्य फर्मों से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने की बात स्वीकार किया है। केंद्रीय जीएसटी की टीम ने दीपक कुमार मिश्रा को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 (1) के तहत 21 जून को गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया। सीजेएम अदालत ने आरोपी की न्यायिक हिरासत मंजूर कर लिया है।
अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार हो चुके
आईआरएस आयुक्त ने बताया कि सीजीएसटी रायपुर द्वारा टैक्स चोरों के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई कर रहा है। इन गिरफ्तारियों के साथ जीएसटी कानून लागू होने के बाद से फर्जी बिलिंग के संबंध में सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या बढ़कर 18 हो गई है।