शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है। बिलासपुर, शिमला, कांगड़ा और मंडी जिलों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बीते 24 घंटों में बारिश के दौरान हुए हादसों में 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि और छह लापता हैं। राज्य के 24 स्थानों पर भूस्खलन और तीन स्थानों पर बाढ़ की घटनाएं हुई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं में 6 लोगों की जान गई है, जबकि बारिश से जुड़े अन्य हादसों में 7 लोगों ने दम तोड़ा है। इधर हिमाचल के कुल्लू में कई इमारतों के एक साथ ढहने की खबर है। वहीं शिमला में पिछले कई सालों के बारिश का रिकार्ड भी टूट गया है।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में अधिकतर रास्ते बारिश और भूस्खलन के कारण बंद हैं। शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे-5 सोलन जिला के चक्की मोड़ में भूस्खलन से बंद हो गया है। मंडी जिला में कुल्लू-मंडी नेशनल हाइवे-21 पण्डोह में हुए भूस्खलन से बंद है। मंडी जिले में ही मंडी-पठानकोट नेशनल हाइवे-154 भी अवरुद्ध हो गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक भूस्खलन से 3 नेशनल हाइवे सहित 709 सड़कें बंद हैं। वहीं 2897 ट्रांसफार्मरों के खराब हो जाने से ब्लैक आऊट जैसी स्थिति है। राज्य में भूस्खलन से 214 पेयजल सप्लाई लाइन भी प्रभावित हुई हैं। मंडी में 91, शिमला में 73 और बिलासपुर जिले में 47 पेयजल की सप्लाई लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
अंग्रेजों के जमाने का रेलवे स्टेशन भी ढहा
राजधानी शिमला में मुसलाधार वर्षा का जबरदस्त कहर देखने को मिला। ब्रिटिशकालीन शिमला रेलवे स्टेशन को भी बारिश से क्षति हुई। सबसे सुरक्षित माने जाने वाले आईजीएमसी अस्पताल में पानी घुसने से कर्मचारियों और मरीजों में हड़कंप मच गया। आईजीएमसी के स्पेशल वार्ड के छत से पानी बारिश की तरह बरसा। इससे स्पेशल वार्ड में पानी भर गया। स्पेशल वार्ड वीवीआइपी लोगों के लिए रिजर्व रहता है। मौसम विभाग के अनुसार शिमला में सुबह साढ़े आठ बजे तक 132 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। शिमला में लगातार ही रही बारिश से भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है। मौसम के तेवरों को देखते हुए लोगों की नींद उड़ गई है। बादलों के लगातार बरसने से नदी-नाले उफान पर हैं।
29 अगस्त तक खराब रहेगा मौसम, अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून के सक्रिय होने से अगले दो दिन भारी बारिश होने का अनुमान है। 25 अगस्त को येलो अलर्ट जारी किया गया है। ये अलर्ट शिमला, चम्बा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, बिलकुल, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए जारी हुआ है। इन जिलों में बाढ़ आने की भी चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन इन जिलों में भूस्खलन और पेड़ों के गिरने की आशंका जताई है। लोगों को घरों से बाहर निकलते समय सावधानी बरतने को कहा गया है। राज्य शासन ने सैलानियों से अपील की है कि वे भूस्खलन संभावित इलाकों और नदी-नालों के तटों की तरफ न जाएं। 29 अगस्त तक राज्य में मौसम खराब रहेगा।