बीजापुर. न्यूजअप इंडिया
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के मामले में 4 आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस मामले की अगली सुनवाई अब 21 जनवरी को होगी। इधर एसआईटी भी इस मामले की जांच कर रही है। एसआईटी ने अब तक 200 से ज्यादा कॉल डेटेल खंगाले हैं।
बता दें कि बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उसके शव को 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के घर के नए बने सैप्टिक टैंक से बरामद किया गया था। जांच में खुलासा हुआ कि हत्या धारदार हथियार से वार की गई थी। हत्या पर पर्दा डालने के लिए मुकेश के शव को सैप्टिक टैंक में डाल दिया गया था। यह बात भी सामने आया कि मुकेश चंद्राकर ने सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिससे नाराज होकर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उसके सहयोगियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग
पुलिस के मुताबिक कांट्रेक्टर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। उसके साथ ही उसके दो भाइयों और एक मुंशी को भी सह आरोपी बनाया गया है। मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को दो दिन पहले हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। दूसरी तरफ पत्रकार की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ समेत देशभर के पत्रकारों और आम लोगों में आक्रोश है। सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की जा रही है।
SIT कर रही मुकेश हत्याकांड की जांच
राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है। यह हत्याकांड न केवल पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि इसे लोकतंत्र के स्तंभ पर गहरी चोट है। इधर राज्य शासन ने ठेकेदार सुरेश का ए ग्रेड लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। वह बीजापुर में लगभग 110 करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कर रहा था।