BIJAPUR. newsupindia.com
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई थी। मंगलवार को SIT ने बीजापुर व्यवहार न्यायालय में चार्जशीट पेश किया। SIT ने 1000 पन्नों से ज्यादा की चार्जशीट तैयार की है और 72 लोगों को गवाह बनाया है। चार्जशीट में 762 पन्नों का चालान और 479 पन्नों की केस डायरी शामिल है। मुकेश हत्याकांड में अब तक ठेकेदार सुरेश चंद्राकर सहित चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और सभी आरोपी जेल में हैं। 75 दिनों बाद पत्रकार की हत्या की चार्जशीट कोर्ट में पेश की गई है। पत्रकार की हत्या को लेकर प्रदेश में काफी बवाल मचा था।
बता दें कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े के सैप्टिक टैंक से बरामद किया गया था। इस मामले में सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके की गिरफ्तारी हो चुकी है। शुरुआती जांच में पुलिस ने पाया था कि दो लोगों ने मिलकर पत्रकार मुकेश की बेरहमी हत्या की थी। जांच में सुरेश चंद्राकर को हत्या का मुख्य मास्टरमाइंड माना गया था। मुकेश ने बीजापुर में सुरेश चंद्राकर के गुणवत्ताविहीन सड़क निर्माण की पोल अपनी खबर पर खोली थी। शासन ने बिना काम करे ही 90% राशि का भुगतान भी कर दिया था।
हत्या से चार दिन पहले रची साजिश
SIT के अफसरों के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ना सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि महाराष्ट्र, तेलंगाना पुलिस को भी अभियान में शामिल किया गया था। सुरेश की चार गाड़ियां और हत्या के बाद प्रयुक्त एजेक्स भी जब्त कर लिए गए हैं। सुरेश चंद्राकर ने चार दिन पहले अपने भाइयों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। इस हत्याकांड के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी। आरोपी को भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे का खास बता रहे।
11 सदस्यीय SIT गठित की गई थी
मुकेश का कोई पता नहीं चला तो बीजापुर के पत्रकारों ने कोतवाली में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की और 2 जनवरी की शाम आरोपी ठेकेदार के घर के सैप्टिक टैंक से मुकेश का शव बरामद किया। महज 24 घंटे के भीतर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय 11 सदस्यीय SIT गठित की गई, जिसने घटना के हर पहलू की गहन जांच की। पुलिस ने पहले ही प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया था कि जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।