रायपुर। आम आदमी पार्टी (Aap) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के लिए 10 गारंटी की घोषणा की। उन्होंने 9 गारंटी को विस्तार से बताया, लेकिन 10वीं गारंटी का खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह किसानों और आदिवासी समाज के लिए भी गारंटी लेकर आए हैं। वह बड़ी गारंटी है, इसलिए वे दोबारा छत्तीसगढ़ आएंगे। केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ की जनता से आग्रह करते हुए कहा कि हमें राजनीति करनी नहीं आती, हमें काम करना आता है। राजधानी रायपुर में सीएम केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान के वादों और बातों ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को टेंशन बढ़ा दी है। वहीं छत्तीसगढ़ में दो मुख्यमंत्रियों के दौरे से आप के नेता गदगद है।
दरअसल, कांग्रेस साल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी दलों को साथ लेकर एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। विपक्षी नेताओं की ओर से दिल्ली में आप को भी INDIA गठबंधन का हिस्सा बनाने की कोशिशें देखी गईं। कांग्रेस ने बड़ा दिल दिखाते हुए दिल्ली सेवा विधेयक पर संसद में आम आदमी पार्टी का साथ दिया। अब ‘आप’ के तेवर बदले नजर आ रहे हैं। इसका नमूना उस वक्त नजर आया जब सीएम केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की ‘भयानक’ स्थिति का जिक्र कर कांग्रेस की भूपेश सरकार को घेरा…।
स्कूल-अस्पताल की बात पार्टियां नहीं करती
दिल्ली और पंजाब में एकतरफा जीत से उत्साहित आप के संयोजक अरविंद केजलीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भाजपा और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि मैं एक रिपोर्ट पढ़ रहा था कि छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब है। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों का हाल देखिए। आजादी के बाद पहली बार दिल्ली में कोई सरकार आई है जो शिक्षा क्षेत्र के लिए इतना कुछ कर रही है। आजादी के 76 साल हो गए किसी राजनीतिक पार्टी को मैंने नहीं देखा कि आपका स्कूल बनवा देंगे, आपके लिए अस्पताल बनवा दूंगा वोट दे दो…। एक भी पार्टी आज तक नहीं आई। आम आदमी पार्टी अकेली पार्टी है जो मुद्दों की बात करती है। हम नेता नहीं है।
हम पैसा कमाने राजनीति में नहीं आए
केजरीवाल ने भाजपा-कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि आम आदमी पार्टी शरीफों की पार्टी है। दूसरी पार्टियों में आप देखते होंगे कितनी गुंडागर्दी है। जो बातें हम करते हैं उस तरह की बातें भारत की राजनीति में किसी पार्टी ने नहीं की है। चुनाव के दौरान पार्टियां आकर वोट मांगती थी। कोई धर्म के नाम पर तो कोई जाति के नाम। आजादी के 76 साल हो गए किसी राजनीतिक पार्टी को मैंने नहीं देखा कि आपका स्कूल बनवा देंगे, अस्पताल बनवा दूंगा वोट दे दो…। एक भी पार्टी आज तक नहीं आई। हमारी पार्टी सिर्फ मुद्दों की बात करती है। मैं पहले इनकम टैक्स में कमीश्नर की नौकरी करता था। भगवंत मान बहुत बड़े कामेडियन थे। खूब पैसा कमाते थे, लेकिन हम पैसा कमाने राजनीति में नहीं आए हैं।
लोग कहते हैं केजरीवाल जिद्दी बहुत है
अन्ना आंदोलन हुआ और एक नई पार्टी बनी। किसी को दूर-दूर तक उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी उसकी सरकार बन गई, लेकिन जनता का प्यार था, जनता का भरोसा था। लोगों को लगा कि लड़के बड़े शरीफ और देशभक्त हैं। जिद्दी तो हैं, लोग कहते हैं केजरीवाल जिद्दी बहुत हैं। जिद्दी तो हैं, काम करने की जिद है… देश को ऊपर ले जाने की जिद है। जैसे ही हमारी पार्टी की दिल्ली में सरकार बनी। सबने कहा एक बार सरकार बन गई है अब दोबारा नहीं बनेगी, लेकिन तीन बार जनता के आशीर्वाद से सरकार बनी है।