भोपाल. न्यूजअप इंडिया
सोशल मीडिया के इस दौर में गुजरे कांड कब सामने आ जाएं, कुछ कह नहीं सकते। …और कांड खराब हैं तो वर्तमान भी खराब हो सकता है। इस बात को मध्य प्रदेश के डॉक्टर साहब से बेहतर कोई और नहीं समझ सकता। दरअसल मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी डॉ. राजू निदारिया को तीन रोज पहले ही मुख्यमंत्री सचिवालय में अवर सचिव बनाया गया था, लेकिन उनका एक कांड सोशल मीडिया पर तैरने लगा और साहब का आदेश निरस्त हो गया। यानी डॉ. साहब चुंबन कांड के बाद मुख्यंमत्री का करीबी होते-होते रह गए।
शाजापुर जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को 28 जनवरी को आदेश जारी कर भोपाल में सीएम सचिवालय में अवर सचिव बनाया गया था, लेकिन तीन दिन बाद 31 जनवरी को उस आदेश को निरस्त कर वापस उन्हें मूल विभाग में भेज दिया गया है। दरअसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजू निदारिया शाजापुर में CMHO के पद पर पदस्थ रहे हैं और इनकी सेवाएं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से लेकर उन्हें सीएम सचिवालय भेजा गया था। उप सचिव विवेक कुमार रघुवंशी ने सचिव जीडी रश्मि के आदेश पर दिनांक 28 जनवरी को अपने हस्ताक्षर से पत्र जारी किया था।
तीन दिन बाद ही मूल विभाग में वापस भेजा गया
पत्र में स्पष्ट है डॉ. निदारिया को शाजापुर से हटाकर भोपाल पदस्थ किया गया। पत्र में आगामी आदेश तक अस्थाई सेवा के रूप में अवर सचिव का दायित्व सौंपा गया है। भोपाल पदस्थ करते ही डॉ. निदारिया को तीन दिन बाद वापस मूल विभाग में भेज दिया गया है। सीएम सचिवालय ने तीन दिन बाद फिर से आदेश निकाला है। डॉ. साहब का एक नर्स का चुंबन लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल भी हो रहा है। मध्य प्रदेश के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में इस बात की खूब चर्चा भी हो रही है। बता दें कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग के कोर कमेटी से भी उन्हें वायरल वीडियो की वजह से हटाया गया था।